विदर्भ

प्रमिला देवी कालमेघ अनंत में विलीन

अंतिम यात्रा में 10 हजार लोगों की उपस्थिति

* सीएम और केंद्रीय मंत्रियों के शोक संदेश
नागपुर/दि.6-नागपुर विश्वविद्यालय के भूतपूर्व कुलगुरु और विदर्भ की सबसे बडी शिक्षा संस्थान शिवाजी के अध्यक्ष रहेदादासाहब कालमेघ  की धर्मपत्नी प्रमिला देवी का अंतिम संस्कार बुधवार को यहां अंबाझरी घाट पर किया गया. पुत्र हेमंत और शरद कालमेघ ने मुखाग्नी दी. प्रमिला देवी के निधन पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, वरिष्ठ मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, विधायक परिणय फुके, मोहन मते, विधायक रवि राणा, पूर्व सांसद नवनीत राणा ने कालमेघ बंधुओं को फोन कर शोक संवेदनाएं व्यक्त की.

उसी प्रकार अंबाझरी घाट पर हुई शोकसभा में पूर्व कुलगुरु डॉ. पंकज चांदे, डॉ. पुरण मेश्राम, नरेशचंद्र पाटिल, दिलीप बाबू इंगोले ने शोकोद्गार व्यक्त किए. शोक सभा की अध्यक्षता शिवाजी संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख ने की. उन्होंने भी श्रीमती प्रमिला कालमेघ के निधन पर दुख व्यक्त किया. कहा कि, दादासाहब कालमेघ के प्रत्येक कार्य में प्रमिला देवी का सक्रिय योगदान रहा है. हजारों परिवारों को उन्होंने आधार दिया.
श्रीमती कालमेघ की अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में अमरावती और नागपुर के गणमान्य उमडे. लोगों ने बताया कि, अंबाझरी घाट परिसर के मार्ग कुछ देर के लिए अवरूद्ध हो गए थे, इस कदर लोग अंतिम यात्रा में उमडे थे. अमरावती से भी अनेक भूतपूर्व नगर सेवक, राजनेता, पदाधिकारी और शिवपरिवार के सैकडों लोग प्रमिला देवी कालमेघ की अंतिम यात्रा में सहभागी हुए थे.

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