अचलपुर/दि.07– अचलपुर तहसील में मानसून पूर्व कृषि कार्य को गति मिल रही है. मई माह किसानों के लिए भागदौड, तनाव और खर्चिक होता है. इसी महीने में आगे की फसल का नियोजन करना पडने से मानसून पूर्व कार्यों को गति मिल रही है. यहां के ग्रामीण क्षेत्रों में मशागत का काम शुरु है. तहसील में कोरडवाहू व सिंचित ऐसे दो क्षेत्र है. सिंचित क्षेत्र में संतरा बगीचे बडे पैमाने पर है. तथा कोरडवाहू क्षेत्र में भी कुछ प्रमाण में सिंचाई की सुविधा किसानों ने निर्माण की है. आंबिया बहार के संतरा फल रहने वाले बगीचों को अब तक सिंचाई की जा रही है. ऐसे बगीचों को 15 मई तक किसान सिंचाई करते है. मृग बहार में के लिए किसानों के लिए अभी से मशागत शुरु की है.
तहसील में कपास और अंतर्गत फसल के रूप में अरहल की फसल बडे पैमाने पर ली जाती है. प्रमुखता से कोरडवाहू क्षेत्र में इस फसल को कॅ्रश क्रॉप के रूप में पहचाना जाता है. बैलजोडी और ट्रैक्टर की सहायता से मशागत करने किसान व्यस्त है.
*मजदूरी के दर बढे
मजदूरी के दर बढ रहे है. हालांकि मजदूरों की कार्यक्षमता कम हुई है. बढती मजदूरी की तुलना में कार्यक्षमता कम होने का फटका किसानों को लग रहा है.
* किराया बढने से आर्थिक तनाव
ट्रैक्टर मशागत के लिए किसानों को ज्यादा पैसे खर्च करना पड रहे है. दिन ब दिन डीजल और मजदूरी की कीमत बढ रही है. परिणामस्वरूप ट्रैक्टर मालिकों ने किराया बढाने से किसानों पर आर्थिक तनाव बढ गया है.