परतवाडा-अमरावती मार्ग पर फेंकी लाखों की गर्भनिरोधक दवा
गंभीर स्वरुप का अपराध, दवा फेंकी नहीं जा सकती
परतवाडा/ दि.20 – शासन की ओर से आपूर्ति की जाने वाली गर्भनिरोधक दवाईयां वितरित न करते हुए परतवाडा-अमरावती रास्ते के किनारे लाखों की दवाईयां फेंक दी गई. सभी दवाईयों की एक्सपायरी डेट समाप्त हो चुकी थी. यह गंभीर स्वरुप का अपराध है. दवाईयां फेंकी नहीं जा सकती.
परतवाडा-अमरावती मार्ग पर चांदूर बाजार नाके के पास एक पेट्रोल पंप के आगे सडक किनारे दवाईयां पडी होने की बात सोमवार को उजागर हुई. कोलर एल नामक गर्भनिरोधक दवाईयों के साथ कुछ लिक्विड और टैबलेट स्वरुप की अन्य दवाईयां है. घटनास्थल पर पडी दवाईयों के बारे में प्रत्यक्षदर्शी व्यक्ति ने बताया है, यह दवाईयां हकिकत में किसने फेंकी यह उजागर नहीं हुआ है. अचलपुर तहसील के स्वास्थ्य विभाग समेत अचलपुर उपजिला अस्पताल में इस बारे में पूछे जाने पर यह दवाईयां हमारे पास की नहीं, हमने नहीं फेंकी ऐसा बताया गया.
खुले में इस तरह की दवाईयां फेंकना गंभीर स्वरुप का अपराध है. इस मामले को स्वास्थ्य और फूड एण्ड ड्रग्ज प्रशासन विभाग गंभीरता से लेते हुए संबंधितोें के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग नागरिकों व्दारा की गई है. नागरिकों को वितरित करने के लिए शासन स्तर पर आयी दवाईयां इस तरह से खुले में फेंक नहीं सकते. दवाओं की एक्सपायरी डेट खत्म होने से पहले वे दवाईयां नागरिकों में वितरित करने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की हेै. इसके बाद भी दवाईयां बकाया रह जाती है, तो एक्सपायरी डेट की दवाओं को नष्ट करने के लिए एक शासकीय प्रक्रिया पार करना पडता है. वरिष्ठ अधिकारियों की मान्यता से ऐसी दवाईयां नष्ट की जाती है, परंतु इस तरह खुले में फेंका नहीं जा सकता.
इस बारे में जांच की जाएगी
फेंकी हुई मिली यह दवाईयां उपजिला अस्पताल की नहीं है. एक्सपायरी डेट दवाईयां इस तरह से खुले में फेंका नहीं जा सकता. वे दवाईयां हकीकत में किसकी है, किसने फेंका है, इस बारे में जांच की जाएगी.
– डॉ. सुरेंद्र ढोले, स्वास्थ्य अधिक्षक, उपजिला अस्पताल, अचलपुर