विदर्भ

रेमडेसिविर की कालाबाजारी में लिप्त लोगों को पकडऩे के लिए निजी खुफिया एजेंसी तैनात

केन्द्र से राज्य को तय कोटे से कम मात्रा में मिल रहा इंजेक्शन

  • नकेल कसने राज्य सरकार करने जा रही माइक्रो प्लानिंग

नागपुर/प्रतिनिधि दि.२७ – रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी को रोकने के लिए राज्य सरकार माइक्रो प्लानिंग करने जा रही है. नागपुर, पुणे सहित अन्य बड़े शहरों में इस कालाबाजारी की कार्यप्रणाली की आरंभिक समीक्षा करने के बाद अब व्यापक कार्ययोजना बनाई जा रही है. कालाबाजारी में लिप्त लोगों को पकडऩे के लिए निजी खुफिया एजेंसी की भी मदद ली जाएगी. इस संबंध में विभाग स्तर पर पुलिस व जिला प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाएंगे. राज्य के खाद्य आपूर्ति व औषधी प्रशासन विभाग से जुड़े सूत्र के अनुसार पुलिस की मदद से विभाग का अंदरूनी उडऩदस्ता भी काम पर लगाया जाएगा. राज्य में रेमडेसिविर इंजेक्शन की अपेक्षित आपूर्ति व उपलब्धता नहीं होने के मामले मेें राजनीति व कंपनियों की भूमिका पर भी सवाल उठाए जा रहे है. बताया जा रहा है कि राज्य को तय कोटे से कम इंजेक्शन मिल रहे है.

चिकित्सा व राजनीति क्षेत्र के कार्यकर्ता लिप्त- नागपुर में ही जो छापेमारियां हुई है, उसमें यह तथ्य उजागर हुआ है कि चिकित्सा व राजनीति क्षेत्र से जुड़े कार्यकर्ता भी रेमडेसिविर की कालाबाजारी में गहराई से लिप्त है. अस्पताल के कर्मचारी भी इंजेक्शन चुराकर कालाबाजारी करने लगे है. इसके अलावा बोगस इंजेक्शन भी १०-२० गुना दाम में बेचे जा रहे है. इंजेक्शन कालाबाजारी के अलावा इलाज के नाम पर विविध दवाएं खपाने वालों पर भी शिकंजा कसा जाएगा.

मिलना था ४३ हजार, मिल रहे २१ हजार- रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी के मामले में माना जा रहा है कि केन्द्र सरकार से घोषणा के अनुरूप इंजेक्शन नहीं मिलने से यह स्थिति बनी है. राज्य को केन्द्र से प्रतिदिन ४३ हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन मिलना था. लेकिन २१ हजार ही मिल रहे है. फिलहाल राज्यों में रेमडेसिविर के वितरण का अधिकार केन्द्र सरकार ने अपने अधीन रखा है. केन्द्र ने घोषणा की थी कि २१ से ३० अप्रैल तक महाराष्ट्र को ४.३५ लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन दिए जाएंगे. लेकिन ५ दिन में १.१० लाख रेमडेसिविर ही राज्य को मिल पाए है. राज्य को प्रतिदिन ६० से ६५ हजार इंजेक्शन की जरूरत है. ६ लाख ६० हजार एक्टिव केस है.

  • उम्मीद है केन्द्र अपना वादा निभाएगा

केन्द्र सरकार ने राज्य को रेमडेसिविर देने का जो वादा किया है. वह फिलहाल पूरी तरह से पूरा नहीं हुआ है. ५ दिन में १.१० लाख रेमडेसिविर ही राज्य को मिल पाया है. उम्मीद है केन्द्र अपना वादा निभायेगा. इंजेक्शन के अलावा ऑक्सीजन व अन्य सुविधाओं के लिए सरकार कार्य कर रही है. विविध संस्थाओं से भी सहायता ली जा रही है. रेमडेसिविर के मामले में यह जानकारी है कि कुछ लोगों ने इलाज के लिए पहले ही यह इंजेक्शन ले रखा है. लेकिन कालाबाजारी को भी नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है. जिलास्तर पर इन मामलों में नियंत्रण उपाय योजनाएं की जा रही है.
राजेन्द्र शिंगणे,
मंत्री खाद्य आपूर्ति व
औषधी प्रशासन विभाग

Related Articles

Back to top button