नागपुर/दि.25 – रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि रक्षा मंत्रालय ने पहली बार बडा कदम उठाते हुए डिफेंस प्रोडक्शन एंड एक्सपोर्ट पॉलिसी-2020 का मसौदा तैयार किया है. यह पॉलिसी 2025 तक 1 लाख 75 हजार करोड के वार्षिक टर्नओवर के लक्ष्य को हासिल करने में सहायक होगी. इस पॉलिसी से हमारी ताकत बढेगी और इंडिया डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग को रोड मैप प्रदान करेगी. उन्होंने कहा कि डिफेंस इंडस्ट्री को खडा करने और चलाने के लिए भी कडे कदम उठाए गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में दो डिफेंस कॉरिडोर बनाए गए हैं. एक उत्तर प्रदेश और दूसरा तमिलनाडू में यह दोनों कॉरिडोर न सिर्फ घरेलू जरुरतों को पूरा करेंगे, बल्कि भारत को एक नेट एक्सपोर्टर देश के रुप में भी स्थापित करेंगे.
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के टर्मिनल बैलिस्टिक अनुसंधान प्रयोगशाला से टेक्नोलॉजी हस्तांतरण के बाद इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव लिमिटेड (ईईएल) व्दारा बनाया गया मल्टीमोड हैंड ग्रेनेड (एमएमएचजी) का पहला बैच नागपुर में मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में भारतीय सेना को सौंपा गया. ईईएल के अध्यक्ष सत्यनारायण नुवाल ने निजी क्षेत्र से हथियार की पहली डिलीवरी के मौके पर एमएमएचजी की स्केल प्रतिकृति रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सौंपी.