अमरावती जिले के प्राध्यापक की नागपुर में आत्महत्या
संस्था व्यवस्थापन से त्रस्त होकर उठाया कदम
नागपुर/दि.11- काफी संवेदनशील और मिलनसार स्वभाव के प्राध्यापक ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. मृतक प्राध्यापक का नाम गजानन कराले (42) है. यह घटना शहर के नरेंद्र नगर परिसर में घटित हुई. इस प्रकरण में हुडकेश्वर पुलिस ने फिलहाल आकस्मिक घटना दर्ज की है. महाविद्यालय व्यवस्थापन व्दारा लगातार किए जा रहे मानसिक अत्याचार से त्रस्त होकर प्राध्यापक व्दारा खुदकुशी किए जाने की बात सुसाईड नोट में दर्ज है. इसके अलावा पत्नी और बेटे का उल्लेख कर मृतक प्राध्यापक ने ‘सॉरी…मैं तेरी इच्छा पूर्ण नहीं कर पाया, सॉरी बेटा, मैं तेरे भविष्य के लिए भी कुछ नहीं कर पाया’ ऐसा भावनात्मक शब्दों में सुसाईड नोट में खेद व्यक्त किया है.
गजानन कराले नामक यह प्राध्यापक मूल अमरावती जिले के धामणगांव तहसील के अशोकनगर का निवासी था. नौकरी निमित्त वह नागपुर आ गया. शहर की एक विख्यात महाविद्यालय में वह हिंदी विषय का प्राध्यापक था. पत्नी वर्षा (35) और एक बेटा वंश (8) ऐसा उसका परिवार है. विवाह को 10 वर्ष हो गए थे. हाल ही में उसने शादी की 10वीं वर्षगांठ मनाई थी. गजानन हमेशा तनाव में रहता था. मृत्युपूर्व उसने महाविद्यालय व्यवस्थापन के विरोध में 8 पन्नों की सुसाईट नोट लिखि है. शनिवार को सुबह पत्नी वर्षा व बेटा वंश शादी निमित्त गए थे इस कारण गजानन घर में अकेला था. गजानन ने रविवार को अपने दामाद नीलेश रोंघे से फोन पर चर्चा की. व्यवस्थापन की तरफ से लगातार हो रहे मानसिक छल और परेशानी बाबत बताया. साथ ही मृत्यूपूर्व सुसाईड नोट भी लिखी है. जिसमें मृत्यु के लिए जिम्मेदार रहने वाले लोगों के नाम भी लिखे बताए जाते हैं. पश्चात गजानन ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. घटनास्थल पर खून के धब्बे व सिर पर जख्म थे. शायद आत्महत्या के पहले प्रयास में गजानन नीचे गिर गया होगा. दामाद नीलेश रोंघे की जानकारी पर दूसरे दिन सोमवार को पुलिस ने फ्रीज में लिफाफे में बंद रखा गया सुसाईड नोट कब्जे में लिया. मेडिकल अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद गजानन का पार्थिव रिश्तेदारों के हवाले किया गया. इस अवसर पर महाविद्यालय के कुछ प्राध्यापक और सुसाईड नोट में उल्लेखित दो सदस्य वहां उपस्थित थे. इस अवसर पर तनाव का वातवरण निर्माण हो गया था. लेकिन पुलिस की मध्यस्थता से तनाव शांत किया गया.
* पत्नी, बहन और बेटा लौटे नागपुर
नीलेश रोंघे ने गजानन के साथ फोन पर हुए संवाद की जानकारी गजानन की बहन मंजू को दी. मंजू ने गजानन की पत्नी को इस गंभीर विषय की जानकारी दी. पलभर का भी विलंब न करते हुए सभी लोग नागपुर पहुंचे. सभी ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन भीतर से कोई प्रतिसाद नहीं मिला. काफी समय तक प्रयास करने के बाद दरवाजा तोडा गया. तब गजानन फांसी पर लटका दिखाई दिया.
* मृत्युपूर्व फ्रीज में रखी सुसाईड नोट
मृतक प्राध्यापक गजानन कराले ने मृत्युपूर्व सुसाईड नोट लिखा था. उसमें महाविद्यालय व्यवस्थापन के विरोध में उल्लेख किया गया है. रिश्तेदारों का बयान दर्ज किया जाएगा. जांच में जो उजागर होगा उसके मुताबिक मामला दर्ज किया जाएगा.
– वैजयंती मांडवधरे,
निरीक्षक हुडकेश्वर