* पुलिस अधिकारियों में नाराजी
नागपुर/ दि.10- पुलिस महासंचालक कार्यालय से राज्यभर के 850 पुलिस उपनिरीक्षक का महसूली संवर्ग मांगा गया था. मगर काफी समय बीत जाने के बाद भी निर्णय न लिये जाने के कारण पुलिस उपनिरीक्षक की पदोन्नति थमी हुई है. उसे लेकर अधिकारियों में नाराजी दिखाई दे रही है.
राज्य पुलिस दल के 110 और 111 तुकडी के ऐसे कुल 850 पुलिस उपनिरीक्षक पिछले 9 माह से पदोन्नति के दायरे में थे. परंतु कोरोना और सरकारी कारण के चलते पुलिस अधिकारियों की पदोन्नति को ब्रेक लगाया गया था. इसके कारण पुलिस अधिकारियों व्दारा नाराजी व्यक्त की जा रही थी. आखिर पुलिस महासंचालक कार्यालय से पिछले 11 फरवरी को राज्य के 850 पुलिस उपनिरीक्षकों का महसूली संवर्ग मांगा गया. इसके कारण पदोन्नति की प्रतिक्षा में रहने वाले पुलिस उपनिरीक्षकों में आनंद का वातावरण निर्माण हुआ. कई लोगों ने अपने पसंद के तीन शहरों की सूची रहने वाले संवर्ग आवेदन महासंचालक कार्यालय में भिजवाये थे. अब जल्द ही सीधे सहायक पुलिस निरीक्षक पद पर पदोन्नति मिलेगी, ऐसी उम्मीद अधिकारियों को थी. परंतु संवर्ग मांग कर माह बीत गए फिर भी सूचि घोषित नहीं हो से उपनिरक्षकों में चिंता का वातावरण है.
पुलिस महासंचालक कार्यालय में पदोन्नति के लिए पात्र रहने वाले हर पुलिस अधिकारियों की सारी जानकारी होती है. फिर भी केवल बाबूगिरी के चक्कर में सेवा वरिष्ठा की सूची में हेराफेरी होती है. पहली बार 11 फरवरी को महसूली संवर्ग मांगा गया था. इसके बाद विभागीय जांच या कार्रवाई हुए पुलिस अधिकारियों को भी 17 फरवरी और 2 मार्च को पुलिस महासंचालक कार्यालय से नये सिरे से संवर्ग मांगा गया. इसके कारण बार-बार संवर्ग मांगने के चक्कर में वक्त बर्बाद किये जाने से नाराजी व्यक्त की जा रही है.
राज्य के पदोन्नति की सूची
कोकण विभाग दो – 599
नागपुर विभाग – 89
पुणे विभाग – 79
औरंगाबाद विभाग – 42
अमरावती विभाग – 34
नाशिक विभाग -18