विदर्भ की कन्या के काव्यसंग्रह का कोकण में प्रकाशन समारोह
वरुड तहसील की डॉ. सुवर्णा चरपे का हो रहा गौरव
वरुड/दि.1 – सातेरी प्रासादिक संघ व आनंदयात्री वाघङमय मंगल वेंगुर्ला के संयुक्त तत्वावधान में वरुड तहसील के सुरली की मूल निवासी डॉ. सुवर्णा सोनारे (चरपे) का अनंतात आशा नामक पहले काव्य संग्रह प्रकाशन समारोह हाल ही में साईमंगल डिलक्स हॉल में आयोजित किया गया. काव्य संग्रह का प्रकाशन अ.भा. 9 वें गजल सम्मेलन के अध्यक्ष ज्येष्ठ गजलकार मधुसुदन नानीवडेकर के हाथों किया गया. इस समय नानीवडेकर ने खास शैली में अपनी स्वयं के गजल प्रस्तुत किये. इस समय डॉ. सुवर्णा की कविताओं को ज्येष्ठ लेखिका वृंदा कांबली ने भी शुभकामनाएं दी.
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रुप में कोकण के सुप्रसिध्द साहित्यिक व चिकित्सक डॉ.मिलिंद कुलकर्णी उपस्थित थे. डॉ. सुवर्णी के सुप्त गुणों को साथ देने निमित्त उनके पति सुशील चरपे का सातेरी प्रासादिक संघ व्दारा सत्कार किया गया. 40 मिनट तक चले इस कार्यक्रम में वर्हाडी कविताओं ने रसिकों का मन मोह लिया.
कोकण में रहकर विदर्भ कन्या ने वैद्यकीय व्यवसाय सभालने के साथ ही साहित्य क्षेत्र में पहला कदम उठाया है. डॉ. सुवर्णा वरुड तहसील के सुरली निवासी स्व. राजेश सोनारे की सुपुत्री व वंडली निवासी स्व. नामदेव चरपे की छोटी बहू है. कोकण जैसे साहित्य संपन्न भाग में वर्हाड की डॉ. सुवर्णा सोनारे (चरपे) का सर्वत्र गौरव किया जा रहा है.