विदर्भ

मौत से रेस लगाई, जिंदगी हार गए 7 भावी डॉक्टर

सेलसुरा में हुए सडक हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

  • जोश ने खामोश कर दी जिंदगी!

वर्धा/दि.1 – ‘आराम से आराम से सर!’ यही हैं उन सात भावी डॉक्टरों में से एक के आखिरी शब्द. ये शब्द उस समय के हैं, जब सभी सेलसुरा के ‘मां की रसोई ढाबा’ से पवन शक्ति का जन्मदिन मनाकर लौट रहे थे. यहीं से शुरु हुई उनकी जिंदगी की अंतिम रेस.
जी हां, इन युवाओं ने जोश-जोश में मौत के साथ रेस लगाई और अंतत: माता-पिता के सपनों को रौंदती हुई इस रेस ने उनकी जिंदगी को हरा दिया. जिंदगी की अंतिम रेस का यह वीडियो उन सात मेडिकल छात्रों में से एक शुभम जायस्वाल के इंस्टाग्राम पर अपलोड किए जाने की चर्चा है. वीडियो के वायरल होने के बाद पता चला कि, छात्रों की कार न केवल तेज रफ्तार थी, बल्कि लापरवाही से चलाई जा रही थी.
गत 24 जनवरी की रात में जवाहरलाल नेहरु मेडिकल कॉलेज (सावंगी मेघे) के छात्र आविष्कार रहांगडाले उसके 6 दोस्त नीरज चौहान, विवेक नंदन, प्रत्युष सिंह, शुभम जयस्वाल, नीतेश कुमार सिंह, पवन शक्ति ढाबे से 11 बजकर 38 मिनट पर होस्टल की ओर लौट रहे थे. इस दौरान भदाडी नदी के पुल पर उनकी कार क्रमांक एक्सयूवी ओडी-23बी-111 हादसे का शिकार हो गई. हादसे में सात भावी डॉक्टरों की मौत हो गई.
घटना के 8 दिन बाद एक वीडियो सामने आया है. यह वीडियो शुभम जयस्वाल के इंस्टाग्राम आईडी के स्टेट्स पर होने की चर्चा है. इस वीडियो में मेडिकल छात्र उनकी कार की बगल से निकलकर सामने जा रही अज्ञात कार से रेसिंग करते दिख रहे हैं. वीडियों हादसे से पहले शुभम जायस्वाल के इंस्टाग्राम पर अपलोड किया गया था. वीडियो रिकार्ड करने वाला छात्र चालक की बगल वाली सीट पर बैठा था. वीडियो में एक छात्र कार चालक दोस्त से कहता नजर आ रहा है ‘आराम से आराम से सर!’ सामने जा रही कार अपने रास्ते जाती दिख रही है. कार में जोरों की आवाज साफ सुनाई दे रही है. जोश में जिंदगी की रफ्तार आखिर मौत से टकरा गई और नतीजा सामने आया सात भावी डॉक्टरों की मौत का. थानेदार मल्हारी तालीकोटे ने कहा कि, वायरल वीडियो सामने आया है, अब तक 8 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं. इनमें 7 मेडिकल छात्र एवं एक वार्डन शामिल है.

हादसे की जांच होगी : गडकरी

सेलसुरा में 7 मेडिकल छात्रों की मौत के मामले में अब केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी ने जांच के आदेश दिए हैं. हादसे का कारण रोड इंजीनियरिंग की चूक है या ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग फॉल्ट, इस बात का पता लगाया जाएगा. गडकरी ने विधायक विजय रहागंडाले के घर जाकर उन्हें सांत्वना दी और मामले की जांच के आदेश दिए.

केवल 10 मिनट का अंतर

घटना के बाद चर्चा थी कि, आखिर सातों मित्र कहां से लौट रहे थे. घटना के दूसरे दिन उस ढाबे का भी पता लगाया, जहां इन मेडिकल छात्रों ने एकसाथ भोजन किया था. ढाबे पर कार लेकर आने से लेकर लौटते समय कार में सवार होने का वीडियो भी सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है. ढाबे पर आते और जाते समय ये छात्र एकदम शालीनता के साथ नजर आ रहे है. ‘मां की रसोई’ ढाबा से घटनास्थल केवल दस मिनट की दूरी पर है, जबकि घटनास्थल से होस्टल की दूरी भी केवल दस मिनट की है. लेकिन इस दस मिनट के अंतर ने 7 परिवारों की जिंदगी में अंधेरा कर दिया.

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