विदर्भ

राफेल, फाल्कन को ‘ड्राल’ के पंख

मिहान में तैयार होते हैं खुले भाग; नागपुर ने दिया उड़ान को अधिक जोर

नागपुर- दि.16 मिहान के डसॉल्ट रिलायन्स एरोस्पेस लिमिटेड (ड्राल) इस महत्वाकांक्षी प्रकल्प ने अल्पावधि में ही उड़ान भरी है. इस प्रकल्प में फिलहाल राफेल एवं फाल्कन के खुले भागों की निर्मिति होकर वे फ्रान्स में जुडने के लिए (असेम्ब्लिंग) जा रहे हैं.
मुंबई की फ्रान्स के कौन्सुलेट जनरल जेन मार्क सेरे शेवरले के नेतृत्ववाली फ्रान्स दूतावास की प्रादेशिक आर्थिक सेवा शिष्टमंडल ने हाल ही में दो दिवसीय दौरा किया. जिसके अंतर्गत डसॉल्ट रिलायन्स एरोस्पेस लिमिटेड एवं एअर लिक्वाइड इन दो फ्रेंच कंपनियों को भेंट दी गई. इस बाबत अधिक जानकारी देते हुए कौन्सुलेट जनरल जेन मार्क सेरे शेवरले ने कहा कि राफेल के पांच भाग नागपुर में तैयार किये जाते हैं. पश्चात उन्हें सभी राफेल जेट में असेम्बल करने के लिए फ्रांस के सेम्ब्ली लाइन को भेजे जाते हैं. केवल भारतीय ही नहीं, बल्कि सभी प्रकार के राफेल में मिहान में बनाये गए खुले भागों का समावेश है. फाल्कन 2000 जेट के अलग-अलग पार्ट भी यहां बन रहे हैं.
* एअर लिक्वाइड का प्रकल्प शुरु
फ्रेंच कंपनी रहने वाली एअर लिक्वाइड के नये ऑक्सीजन प्लान्ट एवं सिलिंडर फिलिंग स्टेशन का हाल ही में उद्घाटन हुआ. 120 करोड़ के निवेश सहित सात एकड़ क्षेत्र में फैले इस अत्याधुनिक उत्पादन सुविधा के कारण दर्जेदार औद्योगिक गैस उत्पादन की स्थानीय मांग पूर्ण होगी. अक्तूबर से यह कारखाना कार्यान्वित है. एअर लिक्वाइड कंपनी भारत के औद्योगिक यूनिच एवं रुग्णालयों को सुविधा प्रदान करती है.
* शीघ्र्र होगा विस्तार
मिहान परिसर के ‘ड्राल’ प्रकल्प के लिए अब तक करीबन डेढ़ हजार करोड़ रुपए निवेश किये गए. यह प्रकल्प कुल 6 हजार करोड़ का है. सद्य स्थिति में वहां विमान के खुले पार्टों का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरु रहने के साथ ही निर्यात भी हो रहा है. इस प्रकल्प का शीघ्र ही विस्तार होगा. जिसके अंतर्गत नये भूखंड लेकर उस पर दो प्लान्ट बनाये जाएंगे, ऐसी जानकारी महाराष्ट्र विमानतल विकास कंपनी (एमएडीसी) के सूत्रों ने दी.
* मेट्रो के लिए 130 दशलक्ष युरो की सहायता
भारत एवं फ्रांस का व्यापार, निवेश, संरक्षण-सुरक्षा, ऊर्जा, शिक्षण क्षेत्र का लेन-देन बढ़ाये जाने पर जोर दिया जा रहा है. फ्रांस के एजन्स फ्रेन्साइज डेवलपमेंट ने 20 वर्ष की क्रेडिट कालावधि के लिए 130 दशलक्ष युरो की आर्थिक सहायता नागपुर मेट्रो के लिए की है. पुणे एवं गुजरात के अन्य मेट्रो प्रकल्पों में भी एजन्स फ्रेन्साइज डेवलपमेंट सक्रिय होने की जानकारी जनरल जेन मार्क सेरे शेवरले ने दी.

 

 

 

 

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