रामदेवबाबा ने किया किसानों की जमीन कम किमत में खरीदकर धोखाधडी
पतंजली फूड, हर्बल पार्क कब बनेगा
नागपुर/दि.25– शहर व विदर्भ के युवकों को दस हजार रोजगार की संधी उपलब्ध होगी. ऐसा कहते हुए रामदेवबाबा की पतंजली समुह ने 230 एकर जमीन सस्ते में ले ली. मगर साढे सात वर्ष होने पर भी फूड व हर्बल पार्क शुरू नहीं हुआ. विदर्भ के संतरा उत्पादक व अन्य किसानों को लाभ होगा तथा स्थानीय युवकों को रोजगार मिलेगा. ऐसा कहकर राज्य सरकार व्दारा रामदेवबाबा की पतंजली समुह को मिहान की सेझ में सितंबर 2016 को जमीन दी गई.
यह जमीन 25 लाख रुपये एकर के अनुसार दी गई. अन्य को सिर्फ 60 लाख से 1 करोड रुपये प्रतिएकड इस किमत पर देने का आरोप है. पतंजली जमीन ताबा लेकर साढे सात वर्ष हुई. मगर यहां आटा चक्की के बजाए और कुछ नहीं हुआ. जिसके कारण किसानों की जमीन रामदेव बाबा ने सस्ती किमते देकर राज्य सरकार व्दारा प्रकल्पग्रस्तों के साथ धोखाधडी करने का आरोप लगाया जा रहा है.
रामदेव बाबा को महाराष्ट्र सरकार ने जमीन दी है. इस जमीन पर अद्याप ठोस कुछ नहीं बनाया गया. जिसके कारण इस जमीन के व्यवहार बाबत शंका उठ रही है. इस प्रकरण की केंद्रीय अपराध शाखा (सीबीआई) जांच की जाए. नागपुर व विदर्भ के हजारों युवकों को रोजगार मिले ऐसे कहने वाले तत्कालिन मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बहुत ही कम किमत में रामदेव बाबा को जमीन दी. मिहान- सेझ में 230 व काटोल एमआईडीसी में 200 एकर जमीन दी गई. यहां कारखाना स्थापित किए जाने की बात कही गई थी. मगर अब उस जगह पर गोदाम के रुप में इस्तेमाल किया जा रहा है. जिसके कारण रामदेव बाबा की तरफ से जमीन वापस लेने के लिए जांच होना आवश्यक है. ऐसा कॉगे्रस नेता प्रफुल्ल गुडधे ने कहा.
प्रकल्प बनाने का काम शुरू है. संतरे के आगामी हंगामी के बाद उत्पादन शुरू करने का प्रयत्न है. प्रकल्प बनाने का काम शुरु है.
एस. के. राणा व्यवस्थापक, पतंजली समुह