नागपुर /दि. 12– राज्य के शासकीय राशन दुकानों में सरकार की तरफ से अनाज की आपूर्ति होने के बाद भी तकनीकी दुविधा के कारण वितरण ठप हो गया है. केंद्र व राज्य सरकार की तरफ से दरिद्र रेखा के नीचे आनेवाले गरीब परिवार को सरकारी राशन दुकान से निशुल्क अनाज का वितरण किया जाता है. इसके लिए संबंधित दुकानों को सरकार की तरफ से महिने के शुरुआत में आवश्यक आरक्षित अनाज की आपूर्ति की जाती है. दिसंबर में भी यह आपूर्ति समय पर हुई. लेकिन 9 दिसंबर तक आपूर्ति हुए अनाज की जानकारी ई-पॉस मशीन में दर्ज नहीं हुई. इस कारण दुकानदारों को बायोमेट्रीक लेकर अनाज देते नहीं आ सका. यह तकनीकी मामला 10 दिसंबर को सुबह दुरुस्त हुआ. लेकिन सर्वर डाऊन रहने से एक ग्राहक को अनाज देने के लिए ई-पॉस मशीन पर लगनेवाली कालावधि एक से डेढ मिनट से बढकर 15 मिनट पर पहुंच गई है. इस कारण घंटो तक कतार में खडे रहकर भी ग्राहकों को अनाज उपलब्ध न होने की शिकायतें है.
राज्य के कुल राशनकार्ड की संख्या 2014 की तुलना में 31 दिसंबर 2022 को बढकर 2 करोड 56 लाख 55 हजार 314 हुई. इसमें दरिद्र रेखा में 37 लाख 617, अंत्योदय अन्न योजना के 25 लाख 60 हजार 335, केसरी प्राधान्य परिवार के 90 लाख 35 हजार 523, केसरी प्राधान्य परिवार किसान के 8 लाख 87 हजार 481, बगैर प्राधान्य परिवार के 72 लाख 44 हजार 349, अन्नपूर्णा के 6347, सफेद कार्ड के 22 लाख 20 हजार 564 राशनकार्ड धारक है. इस कारण 2014 में राज्य में अंत्योदय सहित कुल 70 लाख 7 हजार 589 राशनकार्ड रहने की जानकारी सूचना के अधिकार में सामाजिक कार्यकर्ता संजय अग्रवाल ने सामने लाई. अंत्योदय सहित राशनकार्ड की संख्या 2022 में 62 लाख 61 हजार 50 थी. इस कारण 2014 की तुलना में 2022 में अंत्योदय राशनकार्ड की संख्या 5 प्रतिशत कम हुई है.
* वितरण में देरी
ई-पॉस मशीन में अनाज का भंडार देरी से दर्शाया जा रहा था. आखिर में यह दुविधा दूर हुई है. 10 दिसंबर से अनाज आपूर्ति शुरु हुई. लेकिन अब सर्वर की समस्या निर्माण होने से अनाज वितरण में समय अधिक लग रहा है.
– रितेश अग्रवाल, सचिव, राशन दुकानदार संघ, नागपुर.
* समस्या दूर होने का दावा
एनआईसी तैयार संगणकीय प्रणाली द्वारा देशभर में अनाज वितरण होता है. सर्वर में समस्या आने से कुछ समय तक परेशानी हुई. लेकिन समस्या दूर कर दी गई है. अब अनाज वितरण हो रहा है.
– अनिल बनसोड, उपायुक्त (आपूर्ति), नागपुर विभाग.