नागपुर/दि.3 – पोक्सो एक्ट की धाराओं के तहत नामजद रहने के चलते न्यायिक हिरासत के तहत भेजे गए कैदी पर नागपुर की सेंट्रल जेल में अनैसर्गिक अत्याचार किए जाने का मामला उस समय सामने आया, जब खुद आरोपी की ओर से अदालत में सुनवाई के दौरान आवेदन पेश करते हुए इसकी जानकारी दी गई. पश्चात मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए विशेष पोक्सो अदालत ने आरोपी को मेडिकल टेस्ट हेतु ले जाए जाने का आदेश धंतोली पुलिस को दिया. जानकारी के मुताबिक 29 वर्षीय आरोपी को वर्ष 2016 में एक नाबालिग लडकी के साथ दुराचार करने के मामले में विनयभंग, पोक्सो व आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत नामजद करते हुए नंदनवन पुलिस ने गिरफ्तार किया था. जिसे पुलिस कस्टडी रिमांड के बाद न्यायिक हिरासत के तहत नागपुर सेंट्रल जेल भेजा गया था. इसी मामले में जमानत हेतु आज अदालत में सुनवाई जारी रहते समय आरोपी ने आवेदन पेश करते हुए जेल में अपने साथ हुए अप्राकृतिक अत्याचार व मारपीट की जानकारी दी.