
नागपुर/दि.16-विदर्भ के औद्योगिक, वाणिज्यिक, खनन उत्पादन में वृद्धि के रूप में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी)राजस्व लक्ष्य पूरा कर लिया गया है. 2024-25 में नागपुर विभाग ने 22 हजार 043 करोड रुपये का राजस्व एकत्र किया. 2023-24 में 20,806 करोड जमा किया था. आंकडों से पता चलता है कि एक साल में आय 1,237 करोड रुपये बढी है.
देश को रिकॉर्ड जीएसटी भी मिला है. देश आगे बढ रहा है और नागपुर जोन ने ये साबित कर दिया है. नागपुर विभाग में, नासिक में जीएसटी में सबसे ज्यादा बढोतरी देखी गई है. 2022-23 में विभाग को 16 हजार 909 करोड रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ. 2023-24 में यह 30 हजार 806 करोड रुपये तक पहुंच गया. 2024-25 में यह 22 हजार 43 करोड तक पहुंच गया. नागपुर जोन में औरंगाबाद आयुक्तालय के साथ-साथ नासिक और विदर्भ भी शामिल हैं. चार आयुक्तालयों में नासिक विभाग में सबसे तेज वृद्धि देखी गई है. नासिक के अच्छा प्रदर्शन करने का एक कारण ऑटोमोबाइल उद्योग है. हालांकि, औरंगाबाद में कई ऑटोमोबाइल उद्योग हैं, फिरभी,
चार आयुक्तालयों में औरंगाबाद की हिस्सेदारी सबसे कम थी. नागपुर-1 और नागपुर-2 आयुक्तालयों ने मिलकर 11,701 करोड रुपये का योगदान दिया है. विदर्भ की हिस्सेदारी 50 फीसदी है. कोयला क्षेत्र अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. विभाग को सबसे अधिक आय कोयले से होती है. डब्ल्यूसीएल ने रिकॉर्ड का उत्पादन और वितरण किया है. इसका सीधा असर जीएसटी राजस्व पर पडा है. इसके साथ ही सीमेंट, लोहा, ऑटो, तंबाकू सेक्टर भी सकारात्मक हैं. इन क्षेत्रों में अच्छी मांग है, जिससे कंपनियां बढ रही हैं. कंपनियों की ग्रोथ के साथ-साथ जीएसटी राजस्व भी बढता है. कई क्षेत्रों में 30 फीसदी से ज्यादा की ग्रोथ देखने को मिल रही है. कुछ नई कंपनियाँ अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं. ब्रह्मोस जैसी कंपनी टॉप टेन करदाताओं की सूची में शामिल हो गई है.
वार्षिक आय (करोड में)
2021 2214485
2022 2316909
2023 2420806
2024 2522043