नागपुर/दि. 9– अंतरवाली सराटी मनोज जरांगे पाटिल के नेतृत्व में हुए मराठा आरक्षण आंदोलन में पुलिस और आंदोलनकर्ताओं के बीच संघर्ष हुआ था. उस समय पुलिस ने आंदोलनकर्ताओं पर लाठीचार्ज भी किया. इस घटना में जो मामले दर्ज किए गए उसे पीछे लेने की मांग जरांगे पाटिल ने की थी, लेकिन मामले पीछे लेने से उपमुख्यमंत्री तथा गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इंकार किया है. इस घटना बाबत उन्होंने विधानसभा में लिखित जवाब दिया है.
मराठा आरक्षण के लिए जालना जिले के अंतरवाली सराटी में मनोज जरांगे पाटिल ने अनशन किया. लेकिन उस समय पुलिस ने मराठा आंदोलनकर्ताओं पर लाठी चार्ज किया. उस दिन वे घटनाक्रम और की गई कार्रवाई की जानकारी देवेंद्र फडणवीस ने सभागृह को लिखित रुप से दी. मनोज जरांगे पाटिल ने पहला अनशन पीछे लेते हुए मराठा आंदोलनकर्ताओं को दर्ज मामले पीछे लेने की मांग की थी. साथ ही बार-बार होने वाली सभा के जरिए उन्होंने यह मांग कर रखी थी, ऐसा रहते शुक्रवार 8 दिसंबर को उपमुख्यमंत्री देवेंद फडणवीस ने निलंबित किए पुलिस अधिकारियों की और की गई कार्रवाई की विस्तृत जानकारी देते हुए मामले पीछे लेने से इंकार कर दिया.
* बचावात्मक कदम
पुलिस ने बचावात्मक और सही तरीेके से बल का इस्तेमाल किया. साथ ही इस घटना में करीबन 50 आंदोलक व 79 पुलिस जवान घायल हुए. इन सभी बातों की जानकारी लेने के बाद मामले पीछे लेने की प्रक्रिया की जाएगी, ऐसा देवेंद्र फडणवीस ने लिखित जवाब में कहा है.