विदर्भ

महाज्योति के औरंगाबाद और नाशिक में प्रादेशिक कार्यालय शुरू किए जाएंगे

मौजूदा आर्थिक वर्ष में 180 करोड रूपयों की योजना क्रियान्वित

नागपुर/दि.8 – महाज्योति मौजूदा आर्थिक वर्ष में 180 करोड रूपए की विविध योजना क्रियान्वित करेगी. इस महिने के अंत तक औरंगाबाद और नाशिक में प्रादेशिक कार्यालय शुरू किए जाएंगे. यह जानकारी अन्य पिछडा बहुजन कल्याण मंत्री विजय वडेट्टीवार ने दी.
पत्र परिषद में उन्होंने बताया कि महाज्योती शुरू हुए एक वर्ष हो गया है. सिर्फ 35 करोड मिले हैं. 125 करोड वापस कैसे जा सकते हैं. उन्होंने विरोधियों के आरोप खारिज किए. कहा, ओबीसी के लिए काम करने से मुझे टारगेट किया जाता है. इसमें महाज्योति के संचालक का भी हाथ है. मंत्री ने चेतावनी दी कि भविष्य में संचालक द्वारा संस्था की इस तरह बदनामी करने पर उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. गोपीचंद पडलकर को नोटिस देने के लिए कानूनी सलाह ले रहा हूं.

60 करोड की इमारत बनायी जायेगी

महाज्योती के उपक्रम की जानकारी देते हुए वडेट्टीवार ने कहा कि महाज्योति को नागपुर सुधार प्रन्यास की ओर से पांच एकड जमीन प्राप्त हुई है. वहां 60 करोड रूपए खर्च कर इमारत बनाई जाएगी. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि महाज्योति के मार्गदर्शन में राज्य में ओबीसी के लिए 72 छात्रावास शुरू किए जाएंगे. केंद्र ने 36 छात्रावास के प्रस्ताव को प्रतिसाद नहीं दिया है. ओबीसी छात्रवृत्ति मार्च महिने तक 600 करोड रूपए दी गई है और चालू शैक्षणिक सत्र के 12 करोड देना है.

चुनाव आगे ढकेले जा सकते है

बहुजन कल्याण मंत्री ने कहा कि, ओबीसी का आरक्षण कायम रहे, यही भूमिका है. जब तक इम्पिरिकल डाटा मिलता नहीं, तब तक स्थानीय स्वराज्य संस्था के चुनाव न लेने पर सभी दल एकमत है. आगामी दिसंबर तक डेटा मिलने की अपेक्षा है. चुनाव फरवरी 2022 में है, लेकिन राज्य अन्य पिछडा वर्ग आयोग को डेटा संकलित करने के लिए अतिरिक्त समय लगता है, तो चुनाव आगे ढकेला जा सकता है.

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