विदर्भ

गृहिणीयों को मिली राहत

कडधान्य, शक्कर, दाले हुई सस्ती

* हरी पत्तेदार सब्जियों की आवक बढी
नागपुर/ दि. 13-ठंड का मौसम शुरू हो जाने से सब्जीभाजी की आवक बढ गई है. ग्राहकों की ओर से हरी पत्तेवाली सब्जियों सहित सभी हरी पोष्टिक सब्जियों की खरीदी शुरू है. जिसके कारण कडधान्य सहित सभी दालों की मांग घट गई है. परिणामस्वरूप 15 दिन पहले 110 रूपये किलो रहनेवाली तुअर दाल अब 106 रूपए पर आ गई है. 25 प्रतिशत मांग कम हो जाने से एक किलों में 5 रूपये कम हो गए है. जिसके कारण गृहिणी को अस्थायी रूप से राहत मिली है.
ठंड खत्म हो जाने तक कडधान्य तथा दालों का उत्पादन बाजार में होता है. उस पर प्रक्रिया कर दाले तैयार की जाती है. वह बिक्री के लिए मार्च महिने से बाजार में आती है. प्रत्यक्ष में नए गेहूं बाजार में आने के बाद सालभर के लिए गेहू, चावल व दाल की खरीदी की ओर े ग्राहकों का उत्साह रहता है. फिलहाल शीतकाल शुरू है. सब्जी की आवक भी बढी है. जिसके कारण तुअर दाल, चना दाल, मटकी, मटर, चना, मूंग दाल की कीमत भी घट गई है. मांग कम हो जाने से चने की दाल की कीमत 60 रूपए किलो से 53 रूपए पर आ गई है. मटकी की कीमत 90 रूपए से 82 रूपए हो गई है. काबूली चने का भाव स्थिर है. शक्कर की कीमत में घट होने का 30 नवंबर से 2022 को जारी की सूचनानुसार सरकार के अन्न मंत्रालय ने नवंबर के लिए देश में 558 कारखानों को 22 लाख टन शक्कर बिक्री का कोटा दिया है. विगत माह की तुलना में इस बार उतनी ही शक्कर का वितरण हुआ है. अन्न मंत्रालय ने नवंबर 2022 के लिए 22 लाख टन शक्कर बिक्री कोटा मंजूर किया था. दूसरी ओर दिसंबर 2021 की तुलना में इस समय ज्यादा शक्कर वितरित की गई है. सरकार ने दिसंबर 2021 के लिए 21.50 लाख टन शक्कर का वितरण किया था.
समान कोटा होने पर भी विगत माह का वितरण किए गए कोटे की तुलना में वितरण किया गया कोटा बहुत ही विषम होने का दिखाई देता है. शक्कर का प्रमुख उत्पादक राज्य यानी उत्तर प्रदेश महाराष्ट्र इन राज्यों ने विगत माह की तुलना में कम कोटा दिया गया. दूसरी ओर कर्नाटक को अधिक कोटा दिया गया है. जिसके कारण शक्कर की कीमत में प्रति किलो में एक रूपए की घट हो गई है. शक्कर प्रति किलो 37.50 रूपए से 36.50 रूपए पर आ गई है.े

* आंतरराष्ट्रीय बाजार में खाद्य तेल के भाव हुए कम
आंतरराष्ट्रीय बाजार में खाद्य तेल की कीमतें घटी है. जिसके कारण देशान्तर्गत खाद्य तेल की दर में प्रति किलो डेढ रूपए से भाव कम हुए है. भाव कुछ दिनों तक कम ही रहेंगे. ऐसी जानकारी नागपुर फुटकर व्यापारी संगठन के अध्यक्ष प्रभाकर देशमुख ने दी है. नए गेहूं आने में और चार माह बकाया है. फिर भी मांग कम होने से गेहूं के भाव थोडे कम हुए है.

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