विदर्भ

शराब बंदी हटाने से शराब माफियाओं में हडकंप

चंद्रपुर में नागपुर व यवतमाल से रोजाना होती थी लाखों रूपयों की शराब तस्करी

  • मध्यप्रदेश के शराब माफियाओं का भी गणित गडबडायेगा

चंद्रपुर/प्रतिनिधि दि.२८ – गत रोज राज्य सरकार द्वारा चंद्रपुर जिले से शराब बंदी हटाने का निर्णय लिया गया. जिससे यहां के शराब विक्रेताओं एवं शराब पीने के शौकीन लोगों में खुशी का माहोल है. इस निर्णय की वजह से नागपुर, यवतमाल व मध्यप्रदेश के शराब विक्रेताओें को जबर्दस्त झटका बैठने जा रहा है, क्योेंकि नागपुर व यवतमाल जिले से चंद्रपुर में प्रति सप्ताह 2 करोड रूपयों की शराब की तस्करी की जाती थी. साथ ही चोरी-छिपे तरीके से मध्यप्रदेश से भी यहां पर शराब लायी जाती थी. जिसकी बेहद उंची दरों पर बिक्री की जाती थी. किंतु अब यह सब बंद हो जायेगा.
बता दें कि, मार्च 2015 में राज्य की तत्कालीन भाजपा सरकार द्वारा चंद्रपुर जिले में शराब बंदी का निर्णय लागू किया गया और इस निर्णय पर 1 अप्रैल 2015 से अमल करना शुरू किया गया. इस निर्णय का सर्वाधिक प्रभाव शराब बिक्री का व्यवसाय करनेवालों पर पडा, क्योंकि उनके व्यवसाय ही बंद हो गये. ऐसे में कई लोगों ने नागपुर व यवतमाल जिले से शराब की तस्करी करनी शुरू की. ज्ञात रहेें कि, चंद्रपुर जिले में बडे पैमाने पर कोयले की खदाने तथा सीमेंट व अन्य कारखाने है. जहां बडी संख्या में मजदूर काम करते है. जिनके द्वारा बडे पैमाने पर शराब का सेवन किया जाता है और शराब बंदी का निर्णय लागू करने के बाद चंद्रपुर में अवैध शराब बिक्री जमकर होने लगी. साथ ही यवतमाल व नागपुर जिले से बडे पैमाने पर शराब की तस्करी भी की जाने लगी थी. ऐसे में शराब बंदी के दौरान बार व वाईन शॉप बंद रहने के बावजूद चंद्रपुर जिले में जगह-जगह पर शराब बडी आसानी से मिल जाया करती थी. किंतु अब राज्य सरकार ने चंद्रपुर में शराब बंदी को खारिज कर दिया है. ऐसे में शराब तस्करी का व्यवसाय खत्म हो जायेगा और पहले की तरह वैध तरीके से शराब मिलनी शुरू हो जायेगी.

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