उमरखेड/दि.२६ – बिटरगांव के वन्यजीव कार्यालीय के सेवानिवृत्त अधिकारी अरुण गोरे का विगत चार माह का प्रलंबित वेतन निकालने के लिए 6 हजार रुपए की रिश्वत की मांग हुई.
इस मामले में त्रस्त हुए सेवानिवृत्त अधिकारी गोरे ने यवतमाल के रिश्वत प्रतिबंधक ब्यूरो के कार्यालय में शिकायत दर्ज की. 26 अक्तूबर को एसीबी दल ने जाल बिछाकर छापामारी की. उप कोषागार कार्यालय उमरखेड में शिकायतकर्ता वन विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारी अरुण गोरे इनसे बिटरगांव वन्यजीव कार्यालय के वनरक्षक गोविंद फुलवरे व सहकारी उप कोषागार अधिकारी अंबादास मेसरे ने छह हजार रुपए की रिश्वत स्विकारते हुए दोनों को यवतमाल एसीबी के दल ने रंगेहाथों दबोच लिया. यह कार्रवाई रिश्वत प्रतिबंधक ब्यूरों कें दल अधिकारी गजेंन्द्र क्षीरसागर, ज्ञानेश्वर शेंडे, अनिल राजकुमार, वसिम शेख एवं राहुल गेडाम, सचिन भोयर, संजय कांबले ने अंजाम दिया.
इस मामले में त्रस्त हुए सेवानिवृत्त अधिकारी गोरे ने यवतमाल के रिश्वत प्रतिबंधक ब्यूरो के कार्यालय में शिकायत दर्ज की. 26 अक्तूबर को एसीबी दल ने जाल बिछाकर छापामारी की. उप कोषागार कार्यालय उमरखेड में शिकायतकर्ता वन विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारी अरुण गोरे इनसे बिटरगांव वन्यजीव कार्यालय के वनरक्षक गोविंद फुलवरे व सहकारी उप कोषागार अधिकारी अंबादास मेसरे ने छह हजार रुपए की रिश्वत स्विकारते हुए दोनों को यवतमाल एसीबी के दल ने रंगेहाथों दबोच लिया. यह कार्रवाई रिश्वत प्रतिबंधक ब्यूरों कें दल अधिकारी गजेंन्द्र क्षीरसागर, ज्ञानेश्वर शेंडे, अनिल राजकुमार, वसिम शेख एवं राहुल गेडाम, सचिन भोयर, संजय कांबले ने अंजाम दिया.