चंद्रपुर के चिमूर शहर का मामला
चंद्रपुर/दि.20 – यहां से पास ही चिमूर तहसील स्थित राष्ट्रसंत तुकडोजी बिगर ग्रामीण शेती सहकारी पतसंस्था के संचालक मंडल व्यवस्थापक कार्यालयीन लिपीक व अभिकर्ता द्बारा निवेशकों के साथ 7 करोड 65 लाख रुपए की जालसाजी करने का मामला सामने आया है. जिसे लेकर पुलिस ने संस्था के संचालक अरुण संभाजी मेहरकुरे, अतुल अरुण मेहरकुरे, अमोल अरुण मेहरकुरे व मारोती वाल्किम पेंदोर ऐसे कुल 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. जिन्हें अदालत ने पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश दिया है.
जानकारी के मुताबिक इस पतसंस्था के संचालक मंडल व्यवस्थापक कार्यालयीन लिपिक व अभिकर्ताओं ने आपसी मिलीभगत करते हुए चिमूर शहर व तहसील में सडक किनारे छोटे-मोटे व्यवसाय करने वाले फूटकर व्यवसायियों तथा गरीब मजदूरों से डेली कनेक्शन के साथ ही बचत खातों व एफडी खातों में नगद रकम का निवेश स्वीकार किया. जिसके बदले में आकर्षक रिटर्न देने का झांसा भी दिया. लेकिन निवेश का समय पूर्ण हो जाने के बाद पैसा लौटाने की बजाय निवेश की रकम को निवेशकों के कम्प्यूटर खातों में गडबडियां करते हुए निवेशकों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से फर्जी व नकली इलेक्ट्रॉनिक अकाउंट तैयार किए गए. साथ ही निवेशकों के मूल बचत खाते, संस्था के 5 वर्ष के डेली अकाउंट तथा विड्राल व ट्रान्सफर की पावतियों को गायब करते हुए सबूतों को नष्ट किया गया. ऐसा करते हुए इस पतसंस्था के संचालक मंडल व्यवस्थापक व कार्यालयीन लिपिक सहित अभिकर्ताओं ने संस्था में 7 करोड 65 लाख 52 हजार 400 रुपए की जालसाजी की. जिसकी शिकायत मिलने पर चिमूर पुलिस ने मामले की जांच करने के उपरान्त संस्था के 4 संचालकों को गिरफ्तार करते हुए उनसे पूछताछ करनी शुरु की है.