विदर्भ

मानवी जीवन को सही दिशा संत ही देते हैं

जितेन्द्रनाथ महाराज का प्रतिपादन

अंजनगांव सुर्जी/दि.14 – महाराष्ट्र को संतों की नगरी कहा जाता है. इन संतों ने समय-समय पर समाज को उचित दिशा दिखाई है. आज संतों की इस देश को सही मायने में आवश्यकता है. क्योंकि मानवी जीवन को सही दिशा संत ही देते हैं. ऐसा प्रतिपादन देवनाथ मठ के पीठाधीश आचार्य जितेन्द्रनाथ महाराज ने किया.
यहां के संत संताजी जगनाडे महाराज व स्व. बाबाराव वा. देवगिरे सांस्कृतिक भवन में संत संताजी जगनाडे महाराज का जयंती महोत्सव मनाया गया. इस समय वे बोल रहे थे. इस समय कार्यक्रम के अध्यक्ष के रुप में डॉ. सुरेश फाटे व प्रमुख अतिथि के रुप में नगराध्यक्ष एड. कमलकांत लाडोले, नगरसेवक कृष्णा गोमाशे, विनोद गासे, प्रा. डॉ. विकास फाटे, डॉ. अमोल नालट, प्रा. मोनिका उमक, मोतीराम पोंदे, मुकूंद माकोडे, रविन्द्र फाटे उपस्थित थे.
इस अवसर पर प्रमुख अतिथियों का शाल व श्रीफल देकर सत्कार किया गया. कार्यक्रम के आखिर में महाप्रसाद का आयोजन किया गया. इस समय जितेन्द्रनाथ महाराज के हाथों वृक्षारोपण किया गया. प्रास्ताविक नामदेव घोडे,संचालन प्रा.नीलेश गोमाशे व नंदिनी तिखिले एव आभार प्रदर्शन प्रशांत निवाणे ने किया.

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