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मोझरी में कायम की हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल
मोझरी/दि.4 – संपूर्ण विश्व को मानवता व सर्वधर्म का संदेश देने वाले राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज की समाधी पर ईद के अवसर पर मुस्लिम भाईयों ने प्रार्थना कर हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल कायम की. इस साल संयोग से ईद व अक्षय तृतीया दोनो ही त्यौहार एक साथ आए. दोनो ही धर्मो ने त्यौहारों का महत्व एक जैसा है, जिसमें समाज में एकता बनाए रखने के उद्देश्य से दोनो ही धर्मो के त्यौहार पर सामाजिक कार्यकर्ता शफीक शाह अलियाज पठान, अजहर शाह, फिरोज शेख, गुड्डू शाह, निशाद शेख, समीर शाह, रहमत, सलमान शाह, जमीर सुफियान मुल्ला आदि ने मानवता के पुजारी कर्मयोगी राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज की समाधी पर प्रार्थना कर हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल कायम की.
शास्त्र के अनुसार अक्षय तृतीया साढे तीन मुहूर्त में से एक मुहुर्त है. अक्षय तृतीया को इच्छापूर्ति दिन भी कहा जाता है. इस पर्व पर जप,तप, पुण्य, दान, व्रत अक्षय रहता है ऐसा कहा जाता है. हिंदू धर्म में इसे पूर्वजों के कृतज्ञता का दिवस भी कहा जाता है. उसी प्रकार मुस्लिम धर्म के हरजत मोहम्मद पैगंबर ने अपने जीवन काल में संपूर्ण मानव जाती को भाईचारे की शिक्षा दी. सामाजिक न्याय क्षमता, उदारता, समरसता का महत्व मानव जीवन को समझाया. पैगंबर की शिक्षा एक विशिष्ट जाति, धर्म के लिए मार्यादित नहीं थी, उन्होंने संपूर्ण विश्व के कल्याण के लिए कार्य किया है. इस अवसर पर एड. मनोज उमप, अक्षय केवटे, आदित्य बोंडे, राहुल मुद्रे उपस्थित थे.