विदर्भ

जलसंकट से जूझ रहे है सामदा ग्रामवासी

ग्रामवासियों ने मजीप्रा पर किया हल्लाबोल

* उपविभागीय अभियंता को ज्ञापन सौंपकर जताया रोष
दर्यापुर/दि.17– तहसील के सामदा गांव के नागरिकों को पिछले कुछ महीनों से अनियमित जलापूर्ति हो रही है. कुछ नल धारकों के नल से बूंद भर भी पानी नहीं आ रहा. जिससे तेज गर्मी में गांववासियों को जलकिल्लत का सामना करना पड रहा है. इस गंभीर समस्या को लेकर सैकडों गांववासियों ने गुरुवार को दर्यापुर के मजीप्रा कार्यालय पर मोर्चा निकाला. इस समय ग्रामीणों ने आक्रामक भूमिका लेते हुए उपविभागीय अभियंता को आडे हाथों लिया. जिससे करीब एक घंटे तक मजीप्रा में तनाव की स्थिति निर्माण हुई थी. इस बीच पुलिस की समयसूचकता से यहां अनर्थ टल गया.

सामदा परिसर में पिछले कुछ महीनों 12 से 15 दिन बाद कम दबाव से जलापूर्ति होने से भीषण जलकिल्लत निर्माण हुई है. परिणामस्वरुप महिलाओं को पानी के लिए दर-दर भटकना पड रहा है. गांव में जलापूर्ति सुचारू नहीं होने से जानवरों के भी हाल हो रहे है. जिससे दर्यापुर के मुख्य जलवाहिनी की सामदा से गांव से जोडकर 8 दिन के भीतर जल समस्या का हल निकालने के लिखित मांग उपविभागीय अभियंता से की गई. अन्यथा तीव्र आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है.

* नई पाईप लाईन सामदा तक
नए सिरे डाली गई पाईप लाईन सामदा के गेट तक आई है. लोकनिर्माण विभाग की अनुमति लेकर रात के समय सडक की खुदाई कर रास्ता पार कर पाईप लाईन डालने का काम किया जाएगा. 12 से 15 दिन में होनेवाली जलापूर्ति 4 दिन तक लाने के लिए कार्रवाई की जाएगी. मुख्य लाईन से पाईप लाईन जोडने के संदर्भ में सर्वेक्षण कर जल्द ही विभागीय कार्यालय को प्रस्ताव भेजा जाएगा, इस तरह का आश्वासन मजीप्रा के उपविभागीय अभियंता विजय शेंडे ने दिया है.

* उंचाई पर नहीं चढता पानी
सामदा ग्रामवासियों के मुताबिक उंचाई वाले क्षेत्रो में नलो में पानी नहीं आता. वहीं कुछ जगह पर काफी कम दबाव से पानी आता है. पिने के पानी का एक हंडा भरने के लिए कम से कम 5 से 10 मिनट लगते है. पानी छोडने का समय भी निश्चित नहीं रहता. इस कारण ग्रीष्मकाल में ग्रामवासियों को जलसंकट का सामना करना पड रहा है.

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