नागपुर/दि. 15– हिंदू हृदयसम्राट बालासाहब ठाकरे समृद्धि महामार्ग गेमचेंजर साबित हो रहा है. 1 वर्ष में रिकॉर्ड 60 लाख से अधिक वाहन इस मार्ग से गुजरे. जिससे साफ है कि लोग इस मार्ग को अपना रहे हैं. जिसके कारण 421 करोड रुपए टोल जमा हो गया है. हाईवे पर सुरक्षा के भी इंतजाम सतत बढाए जा रहे हैं. इस हाईवे को हादसे का हाईवे बताया जा रहा था. किंतु 1 वर्ष का लेखाजोखा आने से स्पष्ट हो रहा है कि अनुमान के अनुसार समृद्धि हाईवे गेमचेंजर सिद्ध हो रहा है. उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत वर्ष 11 दिसंबर को इस हाईवे के पहले चरण का लोकार्पण किया था. तब हाईवे की रचना में दोष रहने का दावा किया जा रहा था.
* केवल 75 वाहनों के हादसे जानलेवा
एमएसआरडीसी ने सेव लाइफ इंडिया संस्था से प्रत्येक दुर्घटना का विश्लेषण करवाकर डाटा तैयार किया है. लाखों वाहन आना-जाना कर चुके हैं. इसमें से केवल 75 वाहनों के हादसे जानलेवा रहे हैं. दुर्घटनाओं के बाद की गई उपाययोजना के परिणाम दिखाई देने का दावा प्रबंध संचालक संजय यादव ने किया.
* विधायक ने सराहा
विधायक मेघना बोर्डिकर साकोरे ने कहा कि नागपुर आते समय वे मोनिका राजले, भारती लवेकर, गीता जैन, मनीषा चौधरी, सीमा हीरे आदि ने समृद्धि हाईवे से यात्रा की. गति पर नियंत्रण रखे तो और यातायात के सभी नियम पालन से हाईवे पर कोई खतरा नहीं है. नाम के अनुसार समृद्धि महामार्ग है. इससे समय की बडी बचत हो रही है.
* यह है दुर्घटना की वजह
हाईवे पर हुई दुर्घटनाओं की कारणमीमांसा यातायात विभाग ने की. जिसमें देखा गया कि दी गई मर्यादा से अधिक रफ्तार से वाहन चलना, दो वाहनों में सुरक्षित अंतर न रखना, गलत तरीके से ओवरटेक, लेन का अनुशासन नहीं पालन करना, वाहन अच्छी कंडीशन में नहीं होना, अवैध रुप से पार्क करना, चालक सर्तक न होना आदि कारण हो सकते हैं. महामार्ग पर हादसों में 143 लोगों की जान गई है. जिसमें वाहन अनियंत्रित होकर 21 दुर्घटनाएं हुई. जिनमें 35 लोगों की जान चली गई. ऐसे ही झपकी आ जाने से 11 हादसे हुए, 18 लोगों की जान चली गई.