वर्धा नदी की बहती धारा से मशीनों से निकाली जा रही रेत
चंद्रपुर-यवतमाल जिले की सीमा के बेलोरा घाट का मामला
* पर्यावरण को पहुंचाया जा रहा नुकसान
चंद्रपुर/ दि. 28– यवतमाल जिले की सीमा के बेलोरा घाट पर पोकलेन मशीनों की मदद से वर्धा नदी की बहती धारा से नियमों की धज्जियां उडाकर अवैध रुप से रेत का उत्खनन किया जा रहा है. धडल्ले से जारी रेत उत्खनन से नदी की दिशा बदलने के साथ ही पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंच रहा है.
बेलोरा यह घाट यवतमाल जिले के वणी तहसील अंतर्गत आता है. घाट धारकों और भागीधारकों व्दारा यवतमाल के दायरे में उत्खनन करना अपेक्षित है, लेेकिन घाट धारक व भागीदारों व्दारा यवतमाल जिले के क्षेत्र के साथ चंद्रपुर जिले में आने वाले क्षेत्र में भी उत्खनन किया जा रहा है. सबकुछ खुली आँखों से दिखाई देने के बाद यवतमाल व चंद्रपुर जिला प्रशासन इस ओर जानबुझकर अनदेखी कर रहा है.
मौके पर तीन मशीनें कैमरे में कैद
21 मार्च की दोपहर को संबंधित परिसर में पडताल करने पर बेलोरा घाट धारक व भागीदारों की तीन पोकलेन मशीनें अवैध रेत उत्खनन करते कैमरे में कैद हुए. यवतमाल क्षेत्र में उत्खनन करने के बाद रेत उत्खननकर्ताओं ने अब अपना मोर्चा चंद्रपुर में आने वाले क्षेत्र में मोडा है. जहां नदी की बहती धारा से मशीनों के माध्यम से रेत निकाली जा रही है. यह स्थिति जिले के कई स्थानों की है.
हम जांच करेंगे
अगर ऐसा कुछ है तो हम मौके पर पहुंचकर जांच पडताल करेंगे. दोषियों पर तुरंत कडी कार्रवाई की जाएगी.
– निखिल धुरधार,
तहसीलदार वणी