विदर्भ

सतपुडा की शेरनी ही गायब

नजर रखने के लिए लगाए 6 ट्रैप कैमरे

धारणी/ दि.8 – मध्यप्रदेश के सतपुडा टायगर रिजर्व की शेरनी का अंतिम लोकेशन खंडवा-बुरहानपुर के बीच मिला था. उस शेरनी का नया लोकेशन ट्रेस करने के लिए अकोट वनजीव विभाग में आने वाले अंबाबरवा परिसर में 6 ट्रैप कैमरे लगाए गए है. बीते 31 जनवरी के बाद वह बाघिन दिखाई नहीं दी.
सतपुड टायगर रिजर्व-मेलघाट टायगर रिजर्व बाघों का पुराना कॉरीडोर है. यह फिर साबित हो गया है. इसके पहले भी इस मार्ग से वन्य प्राणियों का आवागमन होने की जानकारी मिली है. राष्ट्रीय महामार्ग बनने के बाद भी मध्यप्रदेश वन्यजीव विभाग की ओर से जगह जगह बोर्ड लगाए गए है. जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के होशंगाबाद, हरदा, खंडवा व बुरहानपुर होते हुए वह शेरनी अमरावती के मेलघाट में पहुंची थी.
जरुरत के अनुसार बदलेंगे कॉलर आयडी
बाघिन के लोकेशन पर नजर रखने के लिए कॉलर आयडी लगाया गया है. जिसका नंबर 23315 है. इसमें तकनीकी खराबी आने के कारण उसका लोकेशन नहीं मिल रहा था. अब तक उसकी कही से कोई खबर नहीं मिली है कि बाघिन ने किसी को कोई नुकसान पहुंचाया है. सरकार के आदेश और जरुरत के अनुसार बाघिन का कॉलर आयडी बदला जाएगा, ऐसी जानकारी सतपुडा टायगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर सुशिलकुमार प्रजापति ने दी.
हर पहलु पर नजर
अकोट वन्यजीव विभाग उपवन संरक्षक नवलकिशोर रेड्डी ने बताया कि मध्यप्रदेश से आयी बाघिन एक ही बार कैमरे में ट्रेस की गई थी. इसेक बाद वह नजर नहीं आयी थी. उसके हर पहलुओं पर नजर रखने के लिए परिसर में 6 कैमरे लगाए है. यह सकारात्मक पहलु है कि सतपुडा से मेलघाट में बाघों का आवागमन हो रहा है.

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