चंद्रपुर/दि.10 – तोहगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से 8 मार्च को वेजगांव स्थित मारोती काशिनाथ सालवे (60) ने कोविड 19 का टीका लगा लिया. टीका लगाने के 1 महिने बाद उनकी मृत्यु होने से परिसर में सनसनी मची हुई है. उनकी मृत्यु निश्चित किस कारण से हुई, इसका पता नहीं चल पाया है.
गोंडपिपरी तहसील के तोहगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए कोरोना टीकाकरण शुरु किया गया था. तोहगांव केंद्र में 810 लोगों ने टीके लगवा लिये. उसमें मारोती सालवे ने 8 मार्च को टीका लगवाया. टीका लगाने के बाद उन्हें 3 दिन पश्चात बुखार आया. उस समय उन्होंने इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जाने की बजाय तोहगांव स्थित निजी डॉक्टर से इलाज करवाया. किंतु उनका बुखार कम न होने से विरुर स्थित ख्रिश्चन मिशनरी के अस्पताल में इलाज कर घर लौटे, उसके बाद 8 अप्रैल को घर पर सुबह चाय, नाश्ता कर गांव में घुमकर आने के बाद उनकी अचानक मौत हो गई. कोेरोना टीका लगाने के बाद कुछ को बुखार आता है, किंतु सरकारी अस्पताल में इलाज करना चाहिए, लेकिन ऐसा न करते हुए और निजी अस्पताल में इलाज करने से उसकी बाधा होकर उनकी जान गवानी पडी, ऐसी गांववासियों में चर्चा है. किंतु उन्हें हृदयाघात का झटका आने से मृत्यु होने की जानकारी परिजनों ने दी है.
- तोहगांव स्वास्थ्य केंद्र में 810 लोगों ने टीके लगवाये है. किसी को भी बाधा नहीं हुई. इस टीके से कोई भी परिणाम नहीं होता, केवल कुछ लोगों को बुखार आता है.उसके लिए केंद्र में दवा है. किसी ने भी निजी अस्पताल में इलाज नहीं करना चाहिए. मारोती सालवे की मृत्यु किससे हुई यह बताना असंभव है.
– डॉ.सुनीता भारती-गिरी
स्वास्थ्य अधिकारी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तोहगांव - टीका लगाने के तीन दिन बाद बुखार आया. उसपर तोहगांव व विरुर के निजी अस्पताल में इलाज किया गया था. उस समय वह अच्छा हुआ. किंतु 8 अप्रैल को सुबह अचानक उनकी मौत हुई. उनकी मौत हृदयाघात के झटके से हुई होगी.
– संतोष सालवे (मृतक का भाई)