विदर्भ

तलेगांव में शंकरपट की धमाकेदार शुरुआत, नांदसावंगी की शिव-जाधव बैलजोड़ी रही अव्वल

दो दशकों से जारी है बैलजोडी स्पर्धा, विभिन्न स्थानों से पहुंची बैलजोड़ियां

धामणगांव रेलवे /दि. १६ – पिछले दो दशकों की धरोहर ‘शंकरपट’ (बैलजोड़ी) की धमाकेदार शुरुआत रविवार को तलेगांव में हुई. अमरावती जिले में ही नहीं, बल्कि संपूर्ण राज्य में शंकरपट विख्यात है. सालों बाद हजारों की उपस्थिति में इस स्पर्धा में अमरावती जिले के ही नहीं, बल्कि संपूर्ण राज्य से पहुंची बैलजोडियों की रेस लगायी गई थी. अंतत: इस स्पर्धा में यवतमाल जिले के नांदसावंगी निवासी मंगेश सरोकार के ‘शिव-जाधव’ इन बैलजोडियों ने सिर्फ १२.१५ सेकंड में दूरी पार कर प्रथम स्थान अपने नाम दर्ज कर लिया है. वहीं जालना के कानजोडी निवासी बंडू चव्हाण की ‘शिवासंभा’ इस बैलजोडी ने १२.७४ सेकंड में मंजिल पाने के चलते दूसरा क्रमांक अपने नाम दर्ज कर लिया. इसी के साथ ही जिले के शेंदूरजना निवासी राजू देशमुख की ‘शिवासंग्राम’ नामक जोडी ने १२.८६ सेकंड में दूरी पार कर तीसरा स्थान अपने नाम किया, तो वहीं देवगांव निवासी पंकज लांबट की ‘भवानी बादशाह’ की बैलजोडी ने १३.३० सेकंड में ही मंजिल पा लेने के चलते चतुर्थ स्थान प्राप्त किया.बता दें कि, पिछले कई सालों से शंकरपट में आयोजित यह स्पर्धा संपूर्ण राज्य में प्रसिद्ध है. रविवार को शुरू हुई इस स्पर्धा में बैलजोड़ियों को एक ही जगह से छोड़ने के बाद जो जोड़ी यथाशीघ्र ही कम समय में दी गई दूरियां पार करेंगी. उसे प्रथम क्रमांक की घोषणा की गई. इस ‘दोदानी’ स्पर्धा में संपूर्ण राज्य से बैलजोड़ियां शंकरपट में शामिल हुई थीं. इस दौरान धुरकडी का नारियल देकर सत्कार किया गया. इस समय पुषक सुधार मंडल के भूपेंद्र निंबालकर, जिला परिषद पूर्व अध्यक्ष विजय भैसे, सरपंच मीनाक्षी ठाकरे, अनिता मेश्राम, श्रीकांत गावंडे, नितिन दगडकर, पंकज गायकवाड, सुरेश देशमुख, दिवाकर ठाकरे, हेमंत चौधरी, बंटी देशमुख, महादेव सोमोसे, पंकज वानखडे, सुरेश निमकर, शीतल लोया, डॉ. विनोद देशमुख, रवि चुटे, फारुख खान, रियाज खान, मनोज ढोबले, सरपंच प्रशांत हुडे आदि उपस्थित थे.
* विविध स्थानों से बैलजोडियां हुई शामिल
इस शंकरपट में वैसे तो अमरावती जिले के साथ साथ राज्य के तमाम महानगरों से बैलजोडियां शामिल हुई थी. जिनमें तलेगांव निवासी वृषभ चौधरी की रुस्तम बैलजोडी, मधुकर उपरीकर की सर्जा-राजा, महामंद फैजान की हरण्या-इशारा, शिवराम शिंदे की मल्लार-राजा, देवगांव के पंकज लांबट की भवानी-बादशाह, वरुड के आकाश वावरे की राजा-बादशाह, मुर्तिजापुर के राजू उघडे की सत्या-मल्हार, जलगांव के अशोक धुले की तेजा-बादल, कोठा के अमोल अजमिरे की सत्या-शिवा, यवतमाल के शरद खरात की तूफान-बादल, नाचणगांव के शंकर उमक की जगन्नाथ-हरण्या, तलेगांव के नीलेश कडे की महाराज-भैरव, शेंदूरजना राजू देशमुख की शिवा-संग्राम, नांदसावंगी के मंगेश सरोकार की शिवा-जाधव व अन्य बैलजोडी ने इन स्पर्धा में हिस्सा लिया. इस दौरान पट का शुभारंभ बैलजोडियों के दौडने वाली पट्टियों की पूजा-अर्चना कर सुधार मंडल के अध्यक्ष शिवाजी देशमुख तथा पूर्व विधायक वीरेंद्र जगताप के हाथों शुभारंभ किया गया.

 

Related Articles

Back to top button