कल से अकोला में शिवमहापुराण का होगा शुभारंभ
प्रशासन व पुलिस अधिकारियों ने लिया तैयारियों का जायजा
* आयोजकों के साथ बैठक कर जारी किए आवश्यक दिशा-निर्देश
* कथा मंडप व विद्युत व्यवस्था के ऑडिट तथा भोजन व पानी के सैम्पलों की जांच की बात कहीं
अकोला/दि.4 – यहां से पास ही स्थित म्हैसपुर में कल शुक्रवार 5 मई से पंडित प्रदीप मिश्रा सिहोरवाले की शिवमहापुराण कथा का प्रारंभ होने जा रहा है. जिसकी तमाम तैयारियां आयोजको द्बारा पूर्ण कर ली गई है. ऐसे में इस आयोजन में शामिल होने वाले भाविकों की भारी भरकम संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने आज कथा के आयोजकों के साथ जिलाधीश कार्यालय के नियोजन भवन में बैठक की, जिसमें आयोजन को लेकर की गई तैयारियों एवं इंतजामों की समीक्षा करने के साथ ही आयोजन के दौरान कथा स्थल पर भाविकों की सुरक्षा एवं परिसर की साफ-सफाई के संदर्भ में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए.
कथा मंडप के स्ट्रक्चरल ऑडिट, मंडप अंतर्गत विद्युत व्यवस्था की सुरक्षा के लिहाज से ऑडिट, सभा मंडप व रसोई मंडप में अग्निशमन यंत्र की उपलब्धता तथा भाविकों में वितरीत किए जाने वाले भोजन व पानी के सैम्पलों की जांच आदि बातों के मद्देनजर जिला प्रशासन ने नियोजन भवन में शिवमहापुराण कथा के आयोजन संदर्भ में बैठक बुलाई थी. जिसमें आयोजकों द्बारा 5 मई से शुुरु होकर 11 मई तक चलने वाले कथा कार्यक्रम एवं इसकी तैयारियों व इंतजाम के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई.
इस बैठक में जिलाधीश निमा अरोरा, पुलिस अधीक्षक संदीप घुगे, निवासी उपजिलाधीश संजय खडसे, अन्न व औषध प्रशासन के सहायक आयुक्त सागर तेरकर, म्हैसपुर की सरपंच मिना इंगले, ग्रामसेवक आर. बी. अटकर, उपविभागीय पुलिस अधिकारी संतोष राउत, सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग के उपविभागीय अधिकारी दिनकर नागे, राष्ट्रीय महामार्ग विभाग के कार्यकारी अभियंता राकेश जवादे, सरकारी मेडिकल कॉलेज की अधिष्ठाता डॉ. मिनाक्षी गजभिये व तहसीलदार सुनील पाटिल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे. वहीं इस बैठक में आयोजकों की ओर से विजय दुबे और बंटी उर्फ रुपेश चौरसिया सहित उनके अन्य सहयोगी उपस्थित थे.
* कडा पुलिस बंदोबस्त रहेगा
शिवमहापुराण कथा के लिए जिला प्रशासन द्बारा सुरक्षा एंव यातायात नियमन की दृष्टि से पुलिस महकमे को तैनात किया जाएगा. जिसके तहत करीब 300 से 350 महिला व पुरुष पुलिस अधिकारी व कर्मचारी तथा लगभग 250 महिला व पुरुष होमगार्ड तैनात रहेंगे. इस समय पुलिस अधीक्षक संदीप घुगे ने आयोजकों के साथ आयोजन स्थल पर भाविकों के आने-जाने का अलग-अलग सुचारु व्यवस्था रखने तथा बाहरगांव से आने वाले भाविक श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग को लेकर की गई व्यवस्था के संदर्भ में चर्चा करते हुए उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी किए. जिसके तहत पूरे परिसर में भाविकों के लिए कथा मंडप सहित विविध सुविधाओें की ओर आने-जाने के लिए दिशा-दर्शक फलक लगाने की बात कहीं गई.
* कथा स्थल पर चारों ओर लगेंगे सीसीटीवी कैमरे
– कंट्रोल रुम से पूरे परिसर पर रखी जाएगी नजर
इस बैठक में जिला प्रशासन ने आयोजकों को स्पष्ट तौर पर हिदायत दी कि, कथा स्थल पर चारो ओर यानि कथा मंडप के भीतर और बाहर हर महत्वपूर्ण स्थान पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाए और एक कंट्रोल रुम स्थापित करते हुए वहां से पूरे परिसर पर नजर रखी जाए.
* आयोजन स्थल पर तैयार होने वाले भोजन के सैम्पलों की होगी जांच
– एफडीए के अधिकारी रखेंगे नजर, पानी की गुणवत्ता भी जांची जाएगी
इस बैठक में अन्न व औषध प्रशासन विभाग के सहायक आयुक्त सागर तेलकर ने कहा कि, आयोजन के दौरान भाविकों द्बारा बांटा जाने वाला भोजर तैयार होने के बाद उसे कम से कम अवधि के भीतर भाविकों में वितरीत किया जाए तथा पके हुए तैयार भोजन को ज्यादा समय तक न रखा जाए, साथ ही भोजन में दुग्धजन्य पदार्थों का समावेश न किया जाए. इसके अलावा किसी भी एक स्थान पर भाविकों की भीड न हो, इस बात के मद्देनजर भोजन के स्टॉल अलग-अलग स्थानों पर लगाए जाए और आयोजन के दौरान किसी भी एक स्थान पर प्रसाद या किसी भी अन्य वस्तु का वितरण न किया जाए.
* अग्निशमन व साफ-सफाई पर देना होगा विशेष ध्यान
कथा मंडप के साथ ही रसोई घर जैसे स्थानों पर अग्निशमन यंत्र उपलब्ध कराने का निर्देश देते हुए जिला प्रशासन द्बारा बताया गया कि, अग्निशमन संयंत्र को उपयोग में लाने का प्रशिक्षण आपत्ति व्यवस्थापन दल द्बारा स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके साथ ही आयोजन स्थल से निकलने वाले कचरे के निस्सारण हेतु आयोजकों को स्वयं सेवकों की व्यवस्था करनी होगी.
* आपात स्थिति से निपटने तैनात रहेगी मेडिकल टीम
प्रशासन द्बारा आयोजन स्थल पर किसी भी आपात स्थिति से निपटने हेतु डॉक्टरों सहित स्वास्थ्य पथक व 4 एम्बुलेंस वाहन के साथ ही दमकल वाहन को तैनात रखा जाएगा. इसके साथ ही आपत्ति व्यवस्थापन दल के 2 पथक भी कथा स्थल पर तैनात रहेंगे. यह जानकारी स्पष्ट करते हुए प्रशासन ने स्पष्ट किया कि, आयोजकों व प्रशासन के बीच समन्वय रखने हेतु एक मध्यवर्ती कक्ष भी कार्यान्वित किया जाएगा.