विदर्भ

श्री का146 वा प्रकट दिन उत्सव की शुरूआत

संत गजानन महाराज मंदिर में विविध धार्मिक कार्यक्रम

शेगांव/दि.27– देश-विदेश के असंख्य भक्तों का श्रध्दास्थान रहनेवाले संतनगरी शेगांव में श्री संत गजानन महाराज के प्रकट दिन उत्सव को रविवार 25 फरवरी को महारूद्रस्वाहाकार तथा विविध धार्मिक कार्यक्रम की शुरूआत मंदिर में हुई है.

यह प्रकट दिन उत्सव निमित्त मंदिर में रोज सुबह 6 से 6.45 काकडा, सुबह 7.15 से 1.15 भजन, दोपहर 4 से 5 प्रवचन, सायंकाल 5.15 से 6 हरिपाठ, रात 8 से 10 कीर्तन ऐसे विविध धार्मिक कार्यक्रम होंगे. रविवार को हभप विठ्ठल बुवा नवले घाटबोरी, सोमवार प्रशांत बुवा ताकोते शिरसोली, मंगलवार हभप गोपालबुवा सांदुरीकरण, बुधवार हभप केशवबुवा मुलीक लांसुर्णी, गुरूवार समाधान बुवा शास्त्री केज, शुक्रवार हभप संदीपबुवा डूमरे कल्याण, शनिवार हभप ज्ञानेश्वरबुवा कुर्‍हाडे श्री क्षेत्र आलंदी, रविवार हभप भरतबुवा पाटील म्हैसवाडी इस महाराष्ट्र के प्रसिध्द कीर्तनकार महाराज का कीर्तन का कार्यक्रम संपन्न होगा.

रविवार 25 फरवरी से 3 मार्च को श्री का 146 वां प्रकट दिन उत्सव बडे उत्साह से भक्तिमय वातावरण में श्री गजानन महाराज संस्थान की ओर से सालाबाद के अनुसार उत्साह से मनाया जायेगा. श्री के प्रकट दिन पर रविवार 3 मार्च की सुबह 10 बजे मंदिर में याग की पूर्णाहुति व अवभृतस्नान होगा. उसके बाद हभप भरतबुवा पाटील म्हैसवाडी के सुबह 10 से 12 कीतन होगा. दोपहर पालखी परिक्रमा निकलेगी . 4 मार्च सोमवार को सुबह 7 से 8 हभप प्रमोदबुवा राहणे के काले का कीर्तन दहीहंडी व गोपाल काला से इस प्रकट दिन उत्सव की समाप्ति होगी. उत्सव निमित्त श्री के मंदिर पर आकर्षक रोशनाई की जायेगी. उसी प्रकार इस उत्सव निमित्त विगत सप्ताह से मंदिर में रंग व सुशोभीकरण किया है. केले के खंबे व आम के पत्तों का तोरण लगाया गया है तथा रंग बिरंगे फूलों से सजावट की गई है.
उत्सव निमित्त श्री के मंदिर परिसर में भक्तों की भीड होगी. यह ध्यान में रखकर कोई अप्रिय घटना न हो इसका ध्यान रखकर वन-वे रास्ता बनाया गया है. उसमें श्री की समाधि दर्शन व्यवस्था, श्रीमुख दर्शन व्यवस्था, श्री महाप्रसाद, श्री पारायण कक्ष मंडप आदि व्यवस्था की गई है.

* नये रास्ते से शोभा यात्रा निकाली जायेगी
उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार श्री मंदिर परिसर के पश्चिम क्षेत्र मेंं श्री संस्था द्बारा 12 मीटर चौडा नया रास्ता बनाया गया है. भक्तों की सुरक्षा व सुव्यवस्था को ध्यान में रखकर कोई भी अनुचित व अप्रिय घटना न हो इसके लिए भी भीड के नियोजन के लिए विविध मार्गदर्शक सूचना व निर्देशानुसार उपाय योजना के रूप में शोभायात्रा, पालखी, शोभायात्रा ये सभी 12 मीटर रास्ते पर मंदिर परिसर के पश्चिम द्बार से अंदर आयेंगे. सभी देवी- देवता के व संत- महंत के, ब्राह्मणों द्बारा पूजा करके संबंधितों का सत्कार तथा सभी भक्तों को चाय-पानी कर यह शोभायात्रा मंदिर परिसर के दक्षिण द्बार से आगे जायेगी.े इसके लिए संस्थान के नियोजन के लिए सभी सहयोग करें, ऐसा आवाहन किया गया है.

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