चंद्रपुर/दि.05– रेत, कोयला, शराब तस्करी व अन्य अवैध व्यवसाय के कारण शांतिप्रिय रहे चंद्रपुर जिले की शांतता भंग हो गई है. उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्यो राज्यो से बंदूक, देशी पिस्तौल सहित अन्य शस्त्र भारी संख्या में चंद्रपुर आ रहे है. इन हथियारो का खुलेआम इस्तेमाल होता रहने से अपराधी घटनाओं में भारी वृद्धि हुई है. जिले में बंदूक अवैध रुप से रखने के प्रकरण में 8 तथा तलवार रखने के 48 मामले दर्ज है.
एक समय शांत शहर के नाम से चंद्रपुर जिले की पहचान थी. समय बदलने साथ जिले में रेत, कोयला, शराब की अवैध तस्करी शुरु हो गई. यह आज भारी मात्रा में बढी है. तस्करी व वर्चस्व की लडाई में उत्तर प्रदेश, बिहार जैसे पर प्रांतो से जिले में बंदूक और देशी कट्टो की तस्करी भारी मात्रा में हो रही है. पुलिस ने इन तस्करो पर कार्रवाई भी की है. लेकिन जड तक पहुंचने में पुलिस विफल रही है. अवैध धंधो के कारण जिले में गैंगवार, मारपीट, हत्याकांड, जानलेवा हमले आदि घटनाओं में बढोतरी हुई है. राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण रेत, कोयला, गुटखा और अवैध शराब तस्करी के व्यवसाय के साथ ऑनलाईन क्रिकेट सट्टेल विडिओ गेम पार्लर, कबाड व अन्य अवैध व्यवसाय शुरु है. रेत, कोयला और शराब तस्करी का रैकेट नागपुर, वर्धा, गढचिरोली जिले तक और तेलंगणा, आंध्र प्रदेश राज्य तक फैला है. इन अवैध व्यवसायों के कारण आनेवाले पैसो से अवैध व्यवसायी गब्बर हो गए है. इस कारण व्यवसायिक स्पर्धा निर्माण होकर हत्याओं की घटना बढने लगी है.