विदर्भ

त्र्यंबक की शिवलिंग पर बर्फ की करतूत पुजारी पर भारी

वायरल विडीओ के बाद सच आया सामने

तीन पुजारियों ने ही रचा था षडयंत्र
नाशिक/दि.10- बारह ज्योतिर्लिंग में से एक त्र्यंबकेश्वर की शिवलिंग में बर्फ जमा होने से बाबा अमरनाथ अवतरित होने की चर्चा शुरू हो गई थी. कोई चमत्कार का दावा कर रहा था तो कोई ईशान्य भारत पर संकट मंडराता रहते ने कहानी शुरू हो गई. वायरल विडीओ से विशेषज्ञ भी परेशान हो गए. अनिस के सदस्य भी सामनेआ गए. मंदिर के तीन पुजारियों ने ही यह सारा षडयंत्र रचा रहने की बात प्रकाश मेंआई. तीनों पुजारियों के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज किया गया है.
त्र्यंबक की पींड में 30 जून 2022 को बर्फ जमा होने का विडीओ वायरल हुआ था. जून माह में पींड पर बर्फ जमा ही कैसे, ऐसा प्रश्न भी उपस्थित होने लगा. लेकिन विशेषज्ञो ने यह दावा खारिज कर दिया. वहीं दूसरी तरफ अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने सच्चाई का पता लगाने की मांग की. धार्मिक स्थल पर सच्चाई का पता लगाने के लिए विश्वस्तों की जांच समिति गठित की गई. समिति द्वारा सीसीटीवी फुटेज देखे गए तथा मौसम विभाग की भी रिपोर्ट मांगी गई.
मौसम विभाग के अधिकारियों ने प्रत्यक्ष जायजा कर पींड पर बर्फ जम ही नहीं सकती, ऐसा निष्कर्ष निकाला. समिति की रिपोर्ट के मुताबिक देवस्थान के तुंगार बंधुओं के तीन पुजारियों ने ही शिवलिंग पर बर्फ डालते हुए यह विडीओ वायरल किया रहने की बात सामने आई. इसके मुताबिक देवस्थान के संपर्क अधिकारी रशवी आसाराम जाधव ने पुलिस थाने में संदिग्ध पुजारी सुशांत तुंगार, आकाश तुंगार और उल्हास तुंगार के खिलाफ शिकायत दर्ज की है.
यह करतूत गलत
शिवलिंग पर बर्फ जमना यह करतूत अच्छी नहीं. इससे देवस्थान की प्रतिमा पर चोट पहुंचती है और त्र्यंबकेश्वर मंदिर का नाम खराब होता है. जो काफी गलत है.
प्रशांत गायधनी, विश्वस्त त्र्यंबकेशविर देवस्थान ट्रस्ट
यह भक्तो से एक तरह का खिलवाड
यह भक्तगणो से एक तरह का खिलवाड है. मामला दर्ज होनेको आठ माह क्यो लगे? इसकी जांच होना आवश्यक है. इसके अलावा जादूटोना विरोधी कानून की धारा लगाने का अनुरोध पुलिस प्रशासन से किया गया है.
कृष्णा चांदगुडे, राज्य कार्यवाहक,अनिस

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