धामणगांव रेल्वे/दि.28 – गत 31 वर्षो से प्रकल्पग्रस्तों की समस्या कायम है. एक माह के भीतर प्रकल्पग्रस्तोें की समस्या हल कर उन्हें मूलभूत सुविधाएं देने के निर्देश विधायक प्रताप अडसड ने प्रशासन को दिए.
अन्यथा अधिकारियों पर होगी कार्रवाई
मूलभूत सुविधा देना प्रशासन का काम है. सैकडों लोगों को पुनर्वासन मकान की वजह झोपडी में रहना पड रहा है. यह प्रशासन के लिए खेद जनक बात है. श्मशान भूमि के लिए सडक नहीं है, और ना ही श्मशान भूमि में शेड है. पेयजल की समस्या निर्माण होने से गांव में बीमारियां फैलती है. यदि यह मूलभूत सुविधाएं एक माह के भीतर प्रकल्पग्रस्त नागरिकों को नहीं दी गई तो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी भी विधायक अडसड ने दी. इस समय उन्होंने वरुड बग्गाजी के किसानों के साथ बांध पर जाकर भी निरीक्षण किया. तथा सभी अधिकारियों को एक माह के भीतर काम करने के निर्देश दिए.
जो काम हुए वह भी घटिया दर्जे के
धामणगांव रेल्वे तहसील के चिंचपुर, शिदोडी, तुलजापुर, बुरहानपुर, वडरु बग्गाजी आदि प्रकल्पग्रस्त गांव है. इन गांवों के ग्रामीण की निम्न वर्धा प्रकल्प कार्यालय में बैठक ली. जिसमें प्रकल्पग्रस्त गांव में जाने के लिए सडक नहीें तो कहीं नालियां ऐसे में पेयजल की समस्या भी निर्माण होती है. जो काम किए गए वह भी घटिया दर्जे के होने का आरोप भी उन्होंने लगाया. विभक्त परिवार की संख्या बढ गई है जिसमें से कई लोगों को प्लॉट उपलब्ध नहीं कराए गए. उन्हें घरकुल भी नहीं मिल रहा आदि बातों को लेकर प्रशासन ने गंभीरता दिखाते हुए नागरिकों की समस्या समझ कर कार्रवाई करनी चाहिए.