नागपुर/ दि. 6- नरखेड तहसील में किसान आत्महत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. जलालखेडा पुलिस थाना क्षेत्र में आने वाले रोहणा गांव में 28 वर्षीय युवा किसान ने कुएं में कुदकर आत्महत्या कर ली.
मृत युवा किसान का नाम नंदकिशोर छत्रपति फुले बताया गया है. मिली जानकारी के अनुसार रोजाना की तरह नंदकिशोर फुले शनिवार को भी खेत में गया था, लेकिन खेत से वह घर नहीं लौटा था. जिसके बाद परिवार के सदस्यों ने ग्रामवासियों की मदद से नंदकिशोर फुले को ढुंढना शुरु किया. उसके कपडे रोहणा गांव से 4 किलोमीटर दूरी पर बांबल के खेत के कुएं के पास पाये गए. इसके बाद नंदकिशोर फुले को खेत के कुएं में ढुंढने पर उसका शव दिखाई दिया.शव को बाहर निकालकर पंचनामा कर पोस्टमार्टम किया गया. मृत किसान नंदकिशोर फुले कर्ज के बोझ तले दबा था. उसके पास केवल 3 एकड खेती है. इसी खेती के बलबुते वह परिवार का भरनपोषण कर रहा था, लेकिन बीते 5 वर्षों से फसलों की बर्बादी और बढते बोझ के चलते उसने कुएं में कुदकर आत्महत्या कर ली.
5 साल पहले पिता की भी आत्महत्या
आत्महत्या करने वाले नंदकिशोर फुले के पिता छत्रपति फुले ने भी 5 साल पहले 19 मार्च 2016 में रोहना परिसर में लिलाधर मोहोड के खेत के कुएं के नजदीक जहर पीकर आत्महत्या की थी. आत्महत्याग्रस्त किसान छत्रपति फुले पर उस समय जिला बैंक पारडसिंगा का 70 हजार रुपए का कर्जा था. इसके अलावा उन्होंने घर बनाने के लिए भारसिंगी के बैंक ऑफ इंडिया से 1 लाख का कर्ज लिया था. घर का कर्ज चुकाने की उसकी मंशा थी, लेकिन वह कर्ज लौटा नहीं पाया.