* नागपुर-गोंदिया का बडा प्रकरण
नागपुर/दि.20– कथित क्रिकेट बुकी अनंत जैन उर्फ सोंटू के घर और ठिकानों से जब्त सोना और नगदी पुलिस द्बारा अपने कब्जे में ही रखने से आयकर अधिकारी जांच शुरू करने का इंतजार कर रहे हैं. बताया जाता है कि जब तक बरामद किया गया सोना और करोडों की नगदी आयकर विभाग को नहीं मिलती, जांच शुरू नहीं हो सकती. आयकर विभाग ने कोर्ट से जब्त संपत्ति का कब्जा मांगा है.
पुलिस ने पिछले वर्ष जैन के ठिकानों पर छापा मारा था. क्रिकेट सट्टा रैकेट संबंधी शिकायत के बाद की गई कार्रवाई में पुलिस ने 17 करोड नगद और 14 किलो सोना बरामद किया था.
नाम न छापने की शर्त पर एक आयकर अधिकारी ने बताया कि जब्त संपत्ति का कब्जा मिलने के बाद ही विभाग जांच आरंभ कर सकता हैं. विभाग में इसी प्रकार की प्रक्रिया रही है. जिन संपत्तियों को लेकर कोई वाद-विवाद है तो पहले उसका कब्जा लेना पडता है. इस मामले में अब तक ऐसा नहीं हुआ है.
आयकर विभाग ने जैन और विक्रांत अग्रवाल को उनका आय का स्त्रोत बताने नोटिस जारी किया हैं. अग्रवाल ने सट्टा रैकेट में पैसा खोने की शिकायत दे रखी हैं. दोनों ने ही आयकर विभाग की नोटिस का जवाब नहीं दिया है. विभाग को प्रकरण में अंतिम अहवाल बनाने के लिए पकडी गई संपूर्ण नगदी अपने पास चाहिए. जिसके बाद वह असेसमेंट अधिकारी के पास भेजेंगी जो अंतिम करपात्र राशि का खुलासा करेंगे. अब तक अधिकारियों को जैन या अग्रवाल के आमदनी के स्त्रोत का पता नहीं लग पाया था.
उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष जुलाई में छापा मार कार्रवाई की गई थी. तब से मामला अब तक प्रलंबित हैं.