विदर्भ

बिजली बिल वसूली का हिंसक विरोध करने वालों पर कडी कार्रवाई होगी

ऊर्जामंत्री Dr. Nitin Raut ने दी चेतावनी

  • MSEDCL का बकाया यह भाजपा का पाप

नागपुर/दि.30 – भारी भरकम बकाया राशि के चलते महावितरण कंपनी संकट में घिरी है. ग्राहकों ने बिजली बिल भरकर इस कंपनी को संकट से उभारना चाहिए, इस तरह का आह्वान राज्य के ऊर्जामंत्री डॉ.नितीन राउत ने किया है. भाजपा नेताओं ने कानून हाथ में लेकर महावितरण के कर्मचारी, अधिकारियों के साथ मारपीट की अथवा उनकी बिजली बिल वसूली के काम में बाधा निर्माण करना इस तरह का गलत हरकत की तो उनपर कडी कार्रवाई की जाएगी, इस तरह की चेतावनी भी राउत ने दी है.
उन्होंने कहा कि भाजपा की सत्ता रहते समय उन्होंने जानबुझकर किये हुए गैर व्यवस्थापन के चलते आज महावितरण पर बकाया राशि का पहाड आन पडा है. इस तरह की आलोचना भी राउत ने की है. कानून हाथ में लेने की बजाय बिजली बिल भरकर सहयोग करेें, इस तरह का आह्वान राउत ने किया है. महावितरण की बकाया यह भाजपा का पाप है. भारी भरकम बकाया बढाकर महावितरण का निजीकरण करने की रणनीति भाजपा ने बनाई है. किंतु हमने यह बकाया वसूली पर निजीकरण का यह संकट टालने का प्रयास कर रहे है. जिससे अस्वस्थ्य हुई भाजपा के नेता जगह जगह महावितरण के अधिकारी कर्मचारियों को निशाना बना रहे है, इस तरह की आलोचना भी डॉ.राउत ने की. भाजपा के चालिसगांव के विधायक मंगेश चव्हाण ने जलगांव के अधिक्षक अभियंता शेख के साथ किये गैर बर्ताव का ऊर्जामंत्री डॉ.राउत ने निषेध भी नोंद किया. कोरोना काल में महावितरण ने राज्य को अखंडित विद्युत आपूर्ति की. पिछले वर्ष लॉकडाउन के बाद 1 अप्रैल 2020 से जनवरी 2021 इस 10 महिने में एक रुपए भी देयक न भरने वाले ऐसे घरेलू, वाणिज्यिक, औद्योगिक, कृषि पंप आदि विविध गुटों को मिलाकर राज्य में पूरे 80 लाख 32 हजार 283 ग्राहक थे. उनके पास स्थित बकाया रकम यह 71 हजार करोड के आसपास पहुंंची थी. राज्य के विद्युत ग्राहकों की संख्या 2 करोड 73 लाख है. लगभग एक तिहाई ग्राहकों ने इन 10 महिने में एक पैसा भी नहीं भरा. जिससे महावितरण का अस्तित्व कायम रखने के लिए राज्य सरकार को बिजली बिल वसुली के लिए मजबूरन बकायदारों के बिजली कनेक्शन कांटने पड रहे है.

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