विदर्भ

संतरा उत्पादक किसान चिन्मय फुटाणे का सफल प्रयोग

सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे संतरा बिक्री

दापोरी/दि. 15 – मोर्शी,वरुड जुडवा तहसील का संतरा देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्ध है. मोर्शी, वरुड तहसील में 45 हजार हेक्टर में संतरे का उत्पादन होता है. इस साल संतरे के दामों में गिरावट आने की वजह से संतरा उत्पादक किसान आर्थिक संकट में आ गया. किसानों के संतरे को केवल 8 से 10 रुपए किलो का दाम मिल रहा जिसके चलते उन्हें लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड रहा है. मजबूरी में किसान संतरा औने-पौने दाम में बेच रहे है.
ऐसी स्थिति में तहसील अंतर्गत आने वाले रवाला के किसान चिन्मय फुटाणे ने इस परिस्थिति को मात दी है. प्रगतीशील किसान चिन्मय फुटाणे ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने संतरे की बिक्री की है जिसमें उनका संतरा सीधे सातारा, अंबाजोगाई, पुणे, नासिक, गोंदिया, वर्धा, अमरावती, अकोला, मुंबई आदि शहरो में भिजवाया जा रहा है. जिसमें उन्हें खर्चा काटकर 40 रुपए प्रति किलो के दाम प्राप्त हो रहे है. परिसर के संतरा उत्पादक किसान चिन्मय फुटाणे के पास पाच एकड संतरा बाग है. चिन्मय फुटाणे व उनके पिता वंसतराव फुटाणे पिछले 38 वर्षो से सेंद्रिय खाद का उपयोग कर कृषि माल उत्पन्न कर रहे है.
संतरा बागो में भी उन्होंने सेंद्रिय खाद का इस्तेमाल किया है. और उन्होंने यह जानकारी सोशल मीडिया पर दी. यह जानकारी ग्राहकों को प्राप्त होते ही ग्राहकों की मांग सोशल मीडिया के माध्यम से बढने लगी. वे सोशल मीडिया के माध्यम से 90 से 60 रुपए किलो संतरा बेच रहे है. इतना ही वे अपने ग्राहकों को पारंपरिक पद्धति से लकडे की बक्से में संतरा पेकिंग कर भिजवा रहे है. उन्हें ग्राहकों द्वारा अच्छा खासा प्रतिसाद दिया जा रहा है. इस तरह से उन्होंने सारी विकट परिस्थिति को मात देते हुए स्वयं बाजार तलाश कर अपना संतरा अच्छे दामों में बेच रहे है.

ग्राहकोें को स्वादिष्ट संतरा देने का उद्देश्य

ग्राहकों को उत्तम दर्जे का व स्वादिष्ट संतरा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य को लेकर सीधे ग्राहकों को संतरा बिक्री का उपक्रम चलाया गया है. सीधे मार्केटिंग के माध्यम से 40 रुपए किलो का दाम मिल रहा है. संतरा बागानों में रासायनिक खादों का इस्तेमाल नहीं किया गया. पारंपरिक तरीके से संतरे का उत्पादन लिए जाने की वजह से इसका दर्जा भी उत्तम है. ग्राहकों द्वारा अच्छा प्रतिसाद भी दिया जा रहा है.
-चिन्मय फुटाणे,
संतरा उत्पादक किसान

 

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