सुनीता द्वारा जासूसी किये जाने का संदेह

नागपुर में मामला दर्ज, नौकरी के लिए पाकिस्तान जाने का दावा

* मध्यरात्रि के बाद हुई सुनवाई
नागपुर /दि.30– कारगिल के हुंदरमन गांव के पास नियंत्रण रेखा पार कर पाकिस्तान में प्रवेश करने वाली सुनीता गटलेवार ने देश के खिलाफ जासूसी की रहने का सुरक्षा यंत्रणा को संदेह है. इस आधार पर उसके खिलाफ अृमतसर ग्रामीण के घरिंडा पुलिस स्टेशन में जीरो एफआईआर दर्ज की गई थी. इस प्रकरण को नागपुर रेफर किया गया है. गुरुवार मध्यरात्रि के बाद सुनीता को नागपुर लाने के बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और उसे न्यायालय के सामने पेश किया गया. गुरुवार को पूरा दिन उससे पूछताछ की गई.
पाकिस्तान के एक धर्मगुरु को मिलने के लिए नागपुर की 43 वर्षीय सुनीता कारागिल की नियंत्रण रेखा पार कर पाकिस्तान जाने से खलबली मच गई थी. वह एलओसी पार कर रही थी, तब पाकिस्तानी सेना ने उसे पकड लिया था. सुनीता के साथ पाकिस्तान में भी पूछताछ की गई थी और ध्वज बैठक के दौरान उसे बीएसएफ के हवाले किया गया था. पिछले कुछ समय से वह पाकिस्तान के एक धर्मगुरु के साथ चैटींग कर रही थी. यह बात सुनीता के मोबाइल से स्पष्ट हुई है. सुनीता का बेटा फिलहाल कारगिल बार्डर में चाईल्ड वेलफेअर कमिटी की कस्टडी में है. बीएसएफ ने सुनीता को अमृतसर पुलिस के कब्जे में दिया. वहां उससे पूछताछ की गई. कपिल नगर पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी, दो महिला कर्मचारी और एक और जवान उसे कब्जे में लेकर गुरुवार मध्यरात्रि को नागपुर पहुंचे. कपिल नगर पुलिस स्टेशन में उसके विरोध में ऑफिशियल सिक्रेट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. उसे रात को ही न्यायाधीश के सामने पेश किया गया और पुलिस रिमांड पर लिया गया. उससे पुलिस ने मोबाइल, आधार कार्ड, वोटर आईडी और पासपोर्ट जब्त किया है, ऐसी जानकारी उपायुक्त निकेतन कदम ने दी.

* पैसे खत्म होने से पाकिस्तान पहुंचने का सुनीता का दावा
बेटे को बर्फ दिखाने के लिए कारगिल लेकर जाने का दावा सुनीता ने पुलिस पूछताछ के दौरान किया है. वहां पैसे खत्म होने के कारण वह नौकरी तलाशने लगी. नौकरी की तलाश करते समय वह पाकिस्तान में चली गई, ऐसा दावा उसने किया है. उसका 12 साल का बेटा अभी भी कारगिल के बालकल्याण समिति के कब्जे में है. वह वापिस लौटने पर पुलिस और सच्चाई का पता लगाएंगी. सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तानी नागरिक से वह संपर्क में थी. यह बात उसने कबूल की है. लेकिन व्यवसायिक कारणों से यह संपर्क था, ऐसा दावा उसने किया है. कपिल नगर पुलिस स्टेशन के दल ने इस बाबत गुरुवार को उसकी पूछताछ की. उसके कुछ गांवों में विरोधाभास सामने आया है, ऐसी जानकारी सूत्रों ने दी है.

* डिलिट हुआ डेटा रिकवर करने का प्रयास
महिला ने अपने मोबाइल की चैटींग और अन्य डेटा डिलिट किया रहने का पुलिस को संदेह है. उसका फोन फारेंसिंक जांच के लिए साइबर विशेषज्ञों के कब्जे में दिया गया है. उसके मोबाइल के डेटा व उसके अमृतसर के बयान की जांच की जाने वाली है. मोबाइल का गहन विश्लेषण किया जा रहा है और डेटा रिकवर करने पर जोर दिया जा रहा है, ऐसा कदम ने स्पष्ट किया. अन्य जांच यंत्रणा भी उससे पूछताछ में शामिल होने वाली है.

 

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