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लापरवाह अधिकारी व कर्मचारियों पर करें कार्रवाई

समीक्षा बैठक में विधायक प्रताप अडसड ने दिए निर्देश

* किसानों द्वारा प्राप्त 240 शिकायतों पर सुनवाई
* 8 कर्मचारियों को दिया नोटीस
चांदुर रेल्वे/दि.6-बार-बार बिजली आपूर्ति खंडित होना, शॉर्टसर्किट होना, देखभाल के अभाव में ट्रान्सफॉर्मर जलने के कारण किसान फसलों को पानी नहीं दे पा रहे है. इस संबंध में बिजली कर्मचारियों को सूचित करने का प्रयास करने पर वे फोन नहीं उठाते तथा टालमटोल के जवाब देते है. ऐसे लापरवाह कर्मचारियों पर जल्द से कार्रवाई करें. किसानों के सब्र का अंत न देखे, यह निर्देश विधायक प्रताप अडसड ने बिजली मंडल की समीक्षा बैठक में दिए. बैठक में 240 शिकायतों पर ध्यान केंद्रीत कर तुरंत कार्यवाही के आदेश दिए.
एक ओर बारिश नदारद है, वहीं दूसरी ओर बिजली के अभाव में कृषि माल का नुकसान हो रहा है. किसान त्रस्त होने पर भी ‘महावितरण’ के अधिकारी व कर्मचारी किसानों की भावनाओं से खेल रहे है. यह गंभीर बात विधायक अडसड के ध्यान में आते ही चांदुर रेल्वे, धामणगाव रेल्वे, नांदगाव खंडेश्वर के बिजली अधिकारी-कर्मचारियों की शिकायतों पर उन्होंने चांदुर रेल्वे तहसील कार्यालय भवन में मंगलवार को समीक्षा बैठक ली. बिजली कार्यालय दिन में लोडशेडिंग करता है, तो रात में कुछ घंटे बिजली मिलती है. जिसकी वजह से किसानों को रात में सिंचाई करना पडता है. अधिकारी-कर्मचारी ध्यान नहीं देते. रात में उनके मोबाइल बंद रहते है. बिजली गुल हुई तो किससे संपर्क करें, यह समस्या किसानों के समक्ष निर्माण होती है. बिजली कंपनी के लापरवाह कार्यप्रणाली के कारण शहर के अधिकांश क्षेत्र में असमय बिजली आपूर्ति खंडित होती है. कई बार तो 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुचारू नहीं होती. जिससे उद्योजक, व्यापारी और नागरिकों को परेशानी होती है. बिजली विभाग जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करें, अन्य संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों पर वरिष्ठों द्वारा कार्रवाई की जाए यह निर्देश चांदुर रेल्वे शहर अभियंता को दिए. साथही अन्य अधिकारियों को भी चेताया गया.
तहसील में कई डिपी खराब अवस्था में है. तथा कुछ बिजली पोल भी खराब हो गए है. जिसकी वजह से बार-बार बिजली आपूर्ति खंडित होती है. वहीं बिजली कंपनी द्वारा अनापशनाप बिजली बिल वसुली की जाती है. इस संबंध में शिकायत करने पर भी कोई उपयोग नहीं होता. छोटे से छोटे काम के लिए नागरिकों को कई दिनों तक चक्कर काटना पडता है. यह समस्या किसानों ने रखी. बैठक में बिजली विभाग के अधीक्षक डी. बी. मोहोड, कार्यकारी अभियंता अनिरुद्ध आलेगावकर, उपकार्यकारी अभियंता यु. के. राठोड, भाजपा तहसील अध्यक्ष संजय पुनसे, बंडू भुते, प्राविण्य देशमुख, पप्पू भालेराव, अमोल देशमुख, दिनेश सांवत,अजय हजारे, मनोज डहाके, विठ्ठलराव रालेकर, सभापति प्रशांत भेंडे, दीपक तिखिले, बालासाहेब शिरपुरकर, बंडू भुते,संदीप सोलंके व बडी संख्या में शिकायतकर्ता किसान उपस्थित थे.

कार्रवाई की जा रही है
कृषी पंप के प्रस्ताव पर कार्रवाई नहीं करना, किसानों के साथ अच्छा बर्ताव नहीं करने वाले संबंधितों पर कार्रवाई की जा रही है, ऐसा बिजली कार्यालय के अधीक्षक अभियंता डी. बी. मोहोड ने बताया. किसानों को सहयोग नहीं देने वाले आठ कर्मचारियों को नोटीस देने की बात भी मोहोड ने कही.

पहली बार किसान व अधिकारी आमने-सामने
निर्वाचनक्षेत्र में बिजली समस्या संबंधित बढती शिकायतों को देखते हुए किसानों की समस्या और अधिकारियों के जवाब ऐसे आमने-सामने बैठक पहली बार ली गई. इस बैठक में कई समस्याओं की समस्या हल हुई तो वहीं कुछ अधिकारियों ने उचित जवाब नहीं दिए. इन अधिकारियों को विधायक अडसड ने फटकार लगाई.

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