विदर्भ

शिक्षक हरदिन केवल 20 उत्तरपत्रिका की करेगे जांच

चंद्रपुर/दि.14– 10 वीं और 12 वीं की परीक्षा में बैठने वाले लाखों विद्यार्थियों की उत्तरपत्रिका दिए हुए समय में जांच करना यह शिक्षको के लिए बडा तनाव का विषय रहता हैं. इस पृष्ठभूमि पर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षण मंडल ने (सीबीएसई) कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैैं. एक शिक्षक हर दिन केवल 10 वीं और 12 वीं की केवल 20 उत्तरपत्रिका की जांच करेगा, ऐसा निर्णय बोर्ड ने लिया हैं. इसके मुताबिक हर एक घंटे में 3 उत्तरपत्रिका की जांच होने से गुणवत्तापूर्ण मूल्यमापन संभव होने का दावा मंडल ने किया हैं.

विद्यार्थियों की उत्तरपत्रिका दिए हुए समय में जांच करते समय शिक्षकों को काफी समय परेशानी का सामना करना पडता हैं. उत्तरपत्रिका जांच में त्रुटी रह जाती हैं. इस पृष्ठभूमि पर महत्व के विषय केवल पदव्युत्तर शिक्षक ही जांच करेगे. एक शिक्षक हर दिन केवल 20 मुख्य परीक्षा की उत्तरपत्रिका की जांच करेगे. गुणवत्ता मूल्यमापन के लिए शिक्षक हर घंटे में केवल 3 उत्तरपत्रिका की जांच करेगे, ऐसा निर्णय सीबीएसई बोर्ड द्वारा दिए जाने की सूत्रो की जानकारी हैं. 10 वीं के विज्ञान व सामाजिक शास्त्र की परीक्षा के गुणवत्ता मूल्यमापन के लिए भौतिकशास्त्र, रसायनशास्त्र व जीवशास्त्र विषय में पात्रता रहे पोस्ट ग्रेज्युएट शिक्षक और ट्रेंड ग्रेज्युएट शिक्षक शामिल किए जाएगे.

* एक सहायक की नियुक्ति होगी
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल ने उत्तरपत्रिका की मूल्यमापन प्रणाली का विस्तार किया हैं. इसके अलावा मूल्यमापक को सहायता करने के लिए भूगोल, अर्थशास्त्र, राज्यशास्त्र व इतिहास विषय पर अध्यापन व पात्रता रहे शिक्षक की नियुक्ति का निर्णय लिया गया हैं. नतीजो की गुणवत्ता का मूल्यांकन करने के लिए आवश्यक समय देने के लिए मुख्य विषय की 20 उत्तरपत्रिका और शेष विषय के लिए 25 उत्तरपत्रिका का प्रतिदिन मूल्यमापन किया जाएगा. इसके अलावा बोर्ड द्वारा मूल्यांकन करनेवालों के साथ एक सहायक रखा जानेवाला हैं. जो मूल्यमापन के बाद सभी सवालों की बेरीज व मूल्यमापन बराबर हैं अथवा नहीं यह देखने के लिए उत्तरपत्रिका की जांच करनेवाला हैं.

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