मुख्यमंत्री आवास के कर्मचारियों से घर खाली कराने पर भाजपा को ऐतराज
भाजपा विधायक राम कदम ने सीएम को लिखा पत्र

हि.स./दि.५
मुंबई – मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के सरकारी आवास वर्षा में कार्यरत महिला सेविकाओं को आवास खाली करने के संबंध में नोटिस जारी किया गया है. राज्य सरकार के पीडब्ल्यूडी के कनिष्ठ अभियंता ने यह नोटिस भेजा है. भाजपा विधायक राम कदम ने इस नोटिस को अमानवीय करार देते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. कदम ने कहा कि, मुख्यमंत्री आवास वर्षो में चालीस-पचास वर्षों से रहने वाली सेविकाओं के कोरोना संकट में आवास खाली करने का नोटिस देना आश्चर्यजनक है. कोरोना संकट और बारिश के मौसम में महिला सेविकाओं को सडक पर कयों लाया जा रहा है? कोरोनाकाल में संबंधित अधिकारी ने आखिर कयों नोटिस जारी किया है? इसकी जांच की जाए.
- २८ जुलाई को भेजा गया था नोटिस
पीडब्ल्यूडी के कनिष्ठ अभियंता ने २८ जुलाई को सेविका वर्षा मनवे, सुदेशना भानत, वैशाली जोशी, गंगूबाई वरक, रेणुका पालकर और कोकर को वर्षा में स्थित सरकारी सेवक निवास खाली करने के लिए नोटिस जारी किया है. नोटिस में कहा गया कि, तत्कालीन मुख्यमंत्री फडणवीस ने १३ दिसंबर २०१९ को सरकारी बंगले वर्षो को खाली कर दिया था. इसके बाद फडणवीस के कार्यकाल के दौरान काम करने वाली महिला सेविकाओं को सेवक निवास स्थान खाली करने के लिए बार-बार मौखिक निर्देश दिया गया. लेकिन अभी तक सेवक निवास स्थान खाली नहीं किया गया है. इसलिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर नोटिस जारी किया गया है.