विदर्भ

मजदूरों की खोज में गये एक किसान का शव मिला

दूसरे किसान भाई की तलाश है जारी

  • दोनों भाई वडनेर गंगाई गांव के निवासी

दर्यापुर/दि.5 – अपनी खेती-किसानी के काम हेतु मजदूर खोजने के लिए महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश की सीमा पर बसे मेलघाट क्षेत्र की ओर गये वडनेर गंगाई गांव निवासी दो किसान भाई विगत पांच दिनों से लापता थे. जिसमें से बडे भाई राजकुमार गोंडचर का विगत सोमवार को मुर्तिजापूर तहसील अंतर्गत होकर बहनेवाली पूर्णा नदी से शव बरामद हुआ. जिसके पश्चात अब रिश्तेदारों द्वारा दूसरे भाई अनिल गोंडचर की तलाश की जा रही है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक सेवा सहकारी सोसायटी के अध्यक्ष तथा क्षेत्र के प्रगतीशिल किसान राजकुमार पुंडलीकराव गोंडचर (60) अपने छोटे भाई अनिल पुंडलीकराव गोंडचर (55) के साथ विगत 30 सितंबर की रात मध्यप्रदेश की सीमा पर स्थित जांभुर्णी के नजदिक दाभा गांव से खेती-किसानी के काम हेतु आदिवासी मजदूर लाने के लिए रवाना हुए थे. दुपहिया क्रमांक एमएच 27/सीआर 6755 से रवाना हुए ये दोनों ही भाई कुछ ही समय पश्चात आउट ऑफ कवरेज हो गये और दोपहर से उनका मोबाईल स्वीच ऑॅफ दिखा रहा था. हालांकि इसके बावजूद परिवारवालों ने करीब दो दिन तक प्रतीक्षा की. पश्चात मध्यप्रदेश स्थित जांभुर्णी व दाभा गांव जाकर पूछताछ भी की. साथ ही साथ येवदा पुलिस थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराते हुए परिसर एवं रास्ते में पडनेवाले सभी नदी-नालों में भी खोजबीन करनी शुरू की गई. इसी बीच 4 अक्तूबर को मुर्तिजापूर तहसील अंतर्गत येंडली आमला गांव की नदी में एक शव बरामद हुआ. हाथों में पहनी हुई अंगूठियां तथा शरीर पर पहने हुए कपडों के जरिये इस शव की शिनाख्त राजकुमार गोंडचर के तौर पर की गई. किंतु इस समय तक छोटे भाई अनिल गोंडचर व इन दोनों भाईयोें दुपहिया वाहन के बारे में कोई खबर नहीं मिल पायी.

भैसदेही के सीसीटीवी फुटेज में दिखे दोनों

पता चला है कि, इन दोनों भाईयोें ने भैसदेही स्थित पेट्रोल पंप पर अपनी दुपहिया में पेट्रोल भराया. जहां के सीसीटीवी कैमेरे में दोनों भाई कैद हुए है. यहां से वे जांभुर्णी की ओर रवाना हुए थे. संभावना जताई जा रही है कि, जांभुर्णी में एक ओवरफ्लो पुलिया को पार करने के चक्कर में ये दोनों भाई दुपहिया वाहन सहित नदी में बह गये. किंतु वहां से काफी दूर स्थित एंडली आमला के नदी पात्र में एक भाई का शव मिलने को लेकर आश्चर्य भी व्यक्त किया जा रहा है कि, आखिर यह शव इतने दूर बहकर कैसे आया. वहीं दूसरी ओर विगत 30 सितंबर से लापता अनिल गोंडचर व उनके दुपहिया वाहन की भी सरगर्मी से तलाश की जा रही है.

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