नागपुर/दि.3- महाराष्ट्र प्रदेश कांगे्रस व्दारा कसबा चुनाव के लिए स्टार प्रचारक के रुप में सौंपी गई जवाबदारी विदर्भ के नेताओं ने अच्छी तरह पूरी करते हुए अभियान को सफल किया गया. भाजपा का गढ माने जाने वाले नागपुर-अमरावती में भाजपा को पछाडा गया. इस कारण कांग्रेस नेताओं का आत्मविश्वास बढा है.
कसबापेठ व चिंचवड विधानसभा के उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले समेत पूर्व मंत्री सुनील केदार, नितिन राउत, विजय वडेट्टीवार, यशोमति ठाकुर, महिला कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष संध्या सवालाखे को स्टार प्रचारक के रुप में जिम्मेदारी सौंपी थी. विदर्भ के इन सभी नेताओं ने चुनावी प्रचार में जोश भर दिया. विधान परिषद के नागपुर शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र व अमरावती स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में कांगे्रस को ऐतिहासिक जीत मिली. नागपुर निर्वाचन क्षेत्र में 58 साल के बाद परिवर्तन हुआ. गडकरी-फडणवीस-बावनकुले के गढ ने भाजपा को धूल चटा दी. बलशाली भाजपा नेता रहने के बावजूद विदर्भ में भाजपा को पछाडा जा सकता है तो फिर कसबा में क्यों नहीं, ऐसा सवाल करते हुए इन नेताओं ने वहां के निर्वाचन क्षेत्र में विश्वास निर्माण करने का प्रयास किया. विदर्भ में मिली सफलता का मार्केटिंग किया गया. विशेष यानी इन नेताओं ने आमसभा के साथ बैठकें भी ली. वहां विविध वर्ग के लोगों को कांग्रेस की बाजू समझायी. अब कसबा का अभियान सफल होने से इन नेताओं का आत्मविश्वास बढा है.
* अब बावनकुले छोडे प्रदेशाध्यक्ष पद-वडेट्टीवार
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष होने के बाद विधायक चंद्रशेखर बावनकुले के वक्तव्य पर नियंत्रण नहीं रहा हैं. वरिष्ठ नेताओं के बारे में भी उल्टे सीधे वक्तव्य कर रहे है. राज्य कांग्रेस मुक्त होगा, ऐसा वे बार-बार कहते हैं. वास्तविक रुप से वे प्रदेशाध्यक्ष होने के बाद भाजपा ही साफ हो रही है. अब भाजपा व्दारा ही सही मायने में बावनकुले के कार्य की समीक्षा लेना आवश्क है, ऐसी टिप्पणी कांग्रेस के पूर्व मंत्री व विधायक विजय वडेट्टीवार ने की. किसी भी पराजय के लिए आए दिन कांग्रेस नेताओं का इस्तिफा मांगने वाले बावनकुले अब खुद प्रदेशाध्यक्ष पद छोडेंगे क्या? पार्टी के वरिष्ठ नेता भी इस्तिफा लेंगे क्या, ऐसा सवाल वडेट्टीवार ने किया.