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देश का संविधान पूरी तरह सुरक्षित है : बोबडे

नागपुर / दि. १९– देश में वर्तमान में निर्माण राजनीतिक वातावरण से देश का संविधान खतरे में आ गया है, ऐसी संभावना हो सकती है, लेकिन यह गलतफहमी है. देश के पूर्व सरन्यायाधीश के रूप में आज सभी को यह बताना चाहता हूं कि, देश का संविधान पूरी तरह सुरक्षित है, यह बात पूर्व सरन्यायाधीश शरद बोबडे ने कही. बोबडे को २०२१ का नागभूषण पुरस्कार प्रदान किया गया. इस अवसर पर आयोजित समारोह में वे बोल रहे थे. समारोह में सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायमूर्ति विकास सिरसपुरकर के हाथों अंतरराष्ट्रीय ख्याति के ज्येष्ठ विधिज्ञ एड. हरीश सालवे को वर्ष २०१९ तथा स्वाधीनता सेनानी व समाजसेविका लीलाताई चितले को वर्ष २०२० का नागभूषण पुरस्कार प्रदान किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता नागभूषण फाउंडेशन के अध्यक्ष व भाजपा के पूर्व सांसद अजय संचेती ने की. इस अवसर पर फाउंडेशन के कार्याध्यक्ष विलास काले व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे. विकास सिरपुरकर ने कहा कि, समुचे नागपुर के लिए माता समान रहनेवाली लिलाताई ने संविधान की सुरक्षा पर शंका व्यक्त की. लेकिन देश के सर्वोच्च न्यायालय संविधान को कभी भी खतरा निर्माण नहीं होने देगा. डॉ.बाबासाहब आंबेडकर ने संविधान की रचना करते समय वैसा प्रावधान किया है. इसलिए भारतीय संविधान हमेशा सुरक्षित रहेगा. कार्यक्रम दौरान ज्येष्ठ विधिज्ञ हरीश सालवे सहित पूर्व सरन्यायाधीश शरद बोबडे ने पुरानी यादें ताजा की. इस अवसर पर पूर्व सांसद अजय संचेती ने भी अपना मनोगत व्यक्त किया. कार्यक्रम की प्रस्तावना विलास काले ने रखी. संचालन व आभार प्रदश्रन एड.निशांत गांधी ने किया. कार्यक्रम में न्यायमूर्ति अनिल किलोर व अविनाश घरोटे, एचसिबीए के अध्यक्ष एड. अतुल पांडे, पूर्व विधायक डॉ.गिरीश गांधी, डिबीए के अध्यक्ष एड.कमल सतुजा, सचिव एड.नितीन देशमुख समेत विधि क्षेत्र व अनेक मान्यवर उपस्थित थे.

संविधान को मजबूती देना आवश्यक
कार्यक्रम में विधि क्षेत्र के अनुभवी और मूलत: नागपुरकर रहनेवाले मान्यवरों से ९३ वर्षीय लिलाताई ने कहा कि, आज सभी विधिज्ञ एकत्रित आने से मुझे अपनी संवेदनाएं व्यक्त करना है. अपना संविधान आज खतरे में है. देश में समानता नहीं. संविधान को मजबूती प्रदान करना हम जैसे लोगों का काम है. ०००

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