विदर्भ

घुईखेड में आषाढी एकादशी पर दर्शन के लिए उमडी भक्तों की भीड

तलेगांव के थानेदार मनोज सुरवाडे ने चंद्रभाग नदी में की आरती

चांदूर रेलवे/दि.30- तहसील के घुईखेड में श्रीसंत बेंडोजी महाराज की संजीवनी समाधी पूरे महाराष्ट्र राज्य में विख्यात है. यहां आषाढी एकादशी निमित्त गुरुवार को हजारों भक्तों ने बडी श्रद्धा के साथ दर्शन किए. देवशयनी आषाढी एकादशी एक प्रकार से चांदूर रेलवे तहसील के श्रद्धालुओं के लिए अलौकिक साबित हो रही है. हजारों वर्षो से जारी यह परंपरा आज भी बरकरार है. इस पालकी को देखने तथा देवताओं के दर्शन करने की प्रथा के मुताबिक विशेष तौर पर नवविवाहित युवतियां तथा बाहरगांव काम के लिए पहुंचे घुईखेडवासी इस दिन गांव में लौटते हैं. श्रीसंत बेंडोजी महाराज की पालकी एकादशी के दिन शाम को मंदिर के बाहर प्रवेश कर नागपुर-औरंगाबाद एक्सप्रेस हाईवे से होते हुए चंद्रभागा नदी पहुंची. जहां तलेगांव दशासर के थानेदार मनोज सुरवाडे ने महाआरती की. पश्चात गांव भ्रमण कर मंदिर पहुंची. इस अवसर पर महाराज की रैली निकाली गई.
शोभायात्रा में वारकरी संप्रदाय ने मृदंग के ताल पर ‘पावली तथा फुगडी’ भी खेली. पश्चात बेंडोजी महाराज की आरती की गई. तत्पश्चात इस समारोह का समापन हुआ. इस समय संस्थान के विश्वस्त प्रवीण घुईखेडकर, कोषाध्यक्ष दिनकर घुईखेडकर, विश्वेश्वर गावंडे, पांडुरंग भोयर, किशोर येवले, प्रफुल चनेकार, अभिजीत काकडे, नंदू काकडे, विठ्ठल गिरी, कुणाल सिंगलवार, नकूल तिवाडे, प्रतिक येवले, प्रतिक काकडे, शुभम येवले, पवन गावंडे, प्रफुल धडलिंगकर, रुपेश भोयर, जयकिसन येवले, संजय काकडे, जयेश नागपुरे, वैभव काकडे, गौरव इंगाले, संजय चनेकार, लहानु मेश्राम, गोविंदा शेंडे, नामदेव मेश्राम, शालिकग्राम शेंडे, अजय मेश्राम, दादाराव क्षीरसागर, नितिनदा काकडे तथा पुलिस कर्मचारी समेत हजारों की संख्या में भक्तगण उपस्थित थे.

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