विदर्भ

आखिरकार ग्रामपंचायत कार्यालय के दरवाजे खुले

संतप्त नागरिकों ने ग्रामसेवक को लिया आडे हाथों

  • ग्राम पंचायत कार्यालय को ठोका ताला

चूर्णी/दि.१९ – पिछले दो सप्ताह से ग्राम सेवक गायधने ग्रामपंचायत को ताला लगाकर शहर में अपने परिवार के साथ दीपावली मनाने चले गए थे. ग्रामपंचायत बंद होने व ग्रामसेवक के नदारद होने की वजह से चूर्णी ग्रामवासियों को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा था. साथ ही पथदीप बंद होने की वजह से उनकी दीपावली भी अंधेरे में हुई. संतप्त ग्रामवासियों द्वारा ग्रामसेवक गायधने से संपर्क किए जाने पर भी उन्हें उत्तर नहीं मिला. आखिरकार वृत्तपत्रों में समाचार प्रकाशित किए गए. जिसमें मंगलवार को सुबह ग्रामसेवक गायधने ने ग्रामपंचायत खोलकर काम की शुुरुआत की.
ग्रामसेवक के ग्रामपंचायत में पहुंचने पर भी ग्रामवासियो का गुस्सा शांत नहीं हुआ. ग्रामवासियों ने सरपंच सुमिता राजू दारसिंभे के साथ ग्रामपंचायत कार्यालय पहुंचकर ग्रामसेवक गायधने को आडे हाथों लेकर खरी खोटी सुनायी और गामसेवक गायधने को ग्रामपंचायत कार्यालय से बाहर निकालकर ग्रामपंचायत पर ताला ठोक दिया. सामाजिक कार्यकर्ता संदिप अलोकार ने ग्रामवासियों के नुकसान भरपाई की मांग की और गटविकास अधिकारी तथा मुख्यकार्यपालन अधिकारी को निवेदन सौंपकर ग्रामसेवक गायधने को निलंबित करने की मांग की. इस समय सागर येवले, विनोद अलोकर, किरण येवले, स्वपील भक्ते, गजेंद्र अलोकार, आलोक अलोकार, आकाश अलोकार, प्रवीण येवले, रुपेश भक्ते, मंंगेश येवले व ग्रामवासी उपस्थि थे.

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