नागपुर/दि.23- इस समय नागपुर में विधानमंडल का शीतकालीन अधिवेशन चल रहा है साथ ही इस समय नागपुर सहित पूरे विदर्भ क्षेत्र में कडाके की ठंड पड रही है और न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस के आसपास चल रहा है. जिसके चलते अधिवेशन में शामिल आधे से अधिक विधयाक, अधिकारी, कर्मचारी तथा पत्रकार सर्दी-खांसी से बेजार हो चले हैं. वहीं इस समय एक बार फिर कोविड वायरस के संक्रमण का दौर तेज होने का खतरा मंडरा रहा है और सर्दी-खांसी को कोविड की बीमारी का पहला लक्षण माना जाता हैं.
बता दें कि आज विपक्ष व्दारा सदन के कामकाज पर बहिष्कार डाला गया. वहीं विधायक मुक्ता तिलक का निधन हो जाने के चलते शोक प्रस्ताव के बाद विधानमंडल के दोनो सदनों का कामकाज स्थगित कर दिया गया. इसके साथ ही शीतसत्र का आज पहला सप्ताह पूरा हुआ और अब विधानमंडल की कार्रवाई आगामी सोमवार से शुरु होगी. जिसके चलते अधिकांश विधायक व अधिकारी बाहर रवाना होने की तैयारी में दिखाई दिए. वहीं दूसरी ओर विगत एक सप्ताह के दौरान भले ही सीमा विवाद और भूखंड घोटाले जैसे विषयों को लेकर विधानभवन के भीतर वातावरण तपा रहा. लेकिन नागपुर में इस समय कडाके की ठंड पड रही है. जिसकी शीतसत्र में शामिल होने हेतु बाहर से आए विधायकों, अधिकारियों, कर्मचारियों व पत्रकारों को आदत नहीं होती. चूंकि विगत तीन दिनों से विधानमंडल में रोजाना सुबह 9 बजे से देर रात तक कामकाज चलता रहा. ऐसे में विधायकों सहित सभी लोगों को सुबह 8.30 बजे से ही विधानभवन में उपस्थित रहना पडता था, ऐसे में अधिकांश लोगों पर ठंड ने अपना असर दिखा दिया.