* आज मंगलवार के दिन बंधनेवाला था विवाह बंधन में
वरूड/ दि. 16-वरूड तहसील के जामगांव खडका निवासी निंबोरकर परिवार द्बारा आज मंगलवार के दिन विवाह समारोह की तैयारी शुरू की गई थी. घर में खुशी का माहौल था. होनेवाली वधु के साथ सुखी संसार बसाने का सपना देखा जा रहा था. ऐसे में अचानक दूल्हे की तबियत खराब हुई उसे अस्पताल में भर्ती किया गया. मगर डॉक्टर भी दिगंबर उर्फ गजानन बचा नहीं पाए. विवाह से पूर्व ही दूल्हे की मौत हो जाने से जामगांव में शोक की लहर फैल गई.
दिगंबर उर्फ गजानन बाबुराव निंभोरकर (30, जामगांव खडका) यह मरनेवाले भावी दूल्हे का नाम है. मंगलवार को सुबह 11 बजकर 25 मिनिट पर मोर्शी तहसील के सालबर्डी स्थित श्री दादाजी दरबार में विवाह समारोह आयोजित किया गया था. आर्वी तहसील के वेढोना निवासी पायल नामक युवती से उसके विवाह की गाठ बनने जा रही थी. परिवार के सबसे बडे लडके का विवाह होने के कारण पुणे समेत अन्य जगहों से रिश्तेदार दूल्हे के घर पहुंच चुके थे. रविवार के दिन उसे हल्दी लगी और विवाह स्थल पहुंचने से पहले तैयारी के लिए सभी की भागदौड शुरू हो गई. रंगीन दुनिया के सपने देखनेवाले दिगंबर की दोपहर के वक्त अचानक तबियत बिगड गई. इसके बाद इलाज के लिए उसे मोर्शी के अस्पताल में ले जाया गया. मगर तबियत और ज्यादा खराब होने के कारण उसे अमरावती के डॉ. पंजाबराव देशमुख मेडिकल कॉलेज व अस्पताल ले जाया गया. इलाज के दौरान रात 8 बजे मौत हो गई.
* जामगांव में शोक की लहर
दूल्हे के घोडी चढने से पहले उसकी अर्थी उठाने का वक्त निंभोरकर परिवार पर आया. इस घटना की जानकारी मिलते ही जामगांव में शोक की लहर फैली. सोमवार दोपहर 1.30 बजे दिगंबर की मृतदेह गांव में लाते ही माता-पिता समेत अन्य रिश्तेदार जोर जोर से विलाप करने लगे. गांववासी भी अपनी आंखों के आंसू नहीं रोक पाए. दोपहर 10.30 बजे शोकाकुल वातावरण मेेंं दिगंबर के पार्थिव पर अंतिम संस्कार किया गया.
* ऑक्सीजन लेवल कम होने का प्राथमिक अनुमान
दिगंबर मोर्शी के एक कृषि सेवा केंद्र में काम करता था. उसकी मौत का सही कारण अब तक सामने नहीं आया. फिर भी शरीर का ऑक्सीजन लेवल तेजी से कम होने के कारण वह अस्वस्थ हुआ. ऐसा प्राथमिक अनुमान लगाया गया है. ऐसी जानकारी सूत्रों से प्राप्त हुई है.