नाबालिग दुल्हन को लेेने मंत्रालय का पुलिस सिपाही पहुंचा बारात लेकर
बालकल्याण समिति ने रोका बालविवाह
वर्धा/ दि.31– मुंबई मंत्रालय में पुलिस सिपाही पद पर कार्यरत युवक समुद्रपुर तहसील के एक गांव में बारात लेकर पहुंचा, लेकिन नईनवेली दुल्हन नाबालिग होने की जानकारी मिलते ही बालकल्याण समिति ने घटनास्थल पहुंचकर बाल विवाह रोक दिया. जिसके बाद मुंबई के दुल्हे को उल्टे पांव वापस लौटना पडा.
मंत्रालय के पुलिस सिपाही की शादी समुद्रपुर तहसील की एक लडकी से तय हुई थी. यह शादी 24 दिसंबर को होने की जानकारी जिला महिला व बाल विकास विभाग को मिली. इसके बाद बालकल्याण समिति ने गांव पहुंचकर विवाह रोक दिया. लडका-लडकी और माता-पिता व रिश्तेदारों को समिति के सामने लाया गया. इस समय बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष सचिन आष्टीकर, अलका भुगुल, रेखा भोयर व अन्य बाल कल्याण समिति के सदस्य और जिला बाल सुरक्षा अधिकारी माधुरी भोयर, संरक्षण अधिकारी महेश कामडी, सामाजिक कार्यकर्ता मेघा तामगिरे, चाईल्ड लाइन के जिला समन्वयक आशिष मोडक, सहायक पुलिस निरीक्षक मसराम, ग्रामसेवक दिनेश चांदेवर, सरपंच बलराम राउत और गांव के प्रतिष्ठित नागरिकों की उपस्थिति में ग्राम सेवक को अगली कार्रवाई करने के निर्देश दिये थे, लेकिन चार दिनों का अवधि बीतने पर भी ग्रामसेवक ने इस संदर्भ में कोई शिकायत दर्ज नहीं किये जाने से हैरत जताई जा रही है. दुल्हा पुलिस विभाग में होने से यह मामला दबाने का प्रयास किये जाने की जानकारी भी है.
मंत्रालय में कार्यरत पुलिस सिपाही की शादी समुद्रपुर तहसील के गांव में होने वाली थी. लडकी नाबालिग होने से यह बाल विवाह रोका गया. इस संदर्भ में बाल विवाह प्रतिबंधक अधिकारी रहने वाले ग्राम सेवक को अगली कार्रवाई करने की सूचना दी गई थी. इसके बाद क्या हुआ, इसकी जानकारी ली जाएगी.
– प्रशांत विधाते, जिला महिला व बालविकास अधिकारी