नागपुर दी ४- अगस्त और सितंबर में कोरोना से मरने वालों का आंकडा अचानक बढ़ गया था. स्थिति यह थी कि हर दिन 50 से अधिक मरीजों की मौत हो रही थी, लेकिन अक्टूबर के साथ ही मरने वालों की संख्या कम होने लगी है. डाक्टरों की माने तो 15 अक्टूबर के बाद पाजिटिव और मरने वाले दोनों की ही संख्या धीरे-धीरे कम होगी. इस बीच शनिवार को 22 मरीजों की मौत हुई. इसके साथ ही जिले में अब तक कुल 2596 मरीजों की जान चली गई. जिले में कोरोना के टेस्ट एक बार फिर से कम होने लगे हैं. जबकि इस महीने में अधिकाधिक टेस्ट किये जाने चाहिए थे, ताकी मरीजों का पता चल सके. लेकिन प्रशासन की सुस्ती नजर आ रही है.
मरने वाले कुल 22 मरीजों में 4 ग्रामीण और 17 सिटी के मरीजों का समावेश रहा. जबकि एक मरीज जिले से बाहर का है. शनिवार को 876 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई. इसके साथ ही अब जिले में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 80844 हो गई है. वहीं अब जिले में कुल एक्टिव केस 11250 है. इनमें से अनेक मरीज होम आयसोलेशन में उपचार ले रहे हैं.
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ग्रामीण में जांच बढ़ाने की जरुरत
इस महीने में अधिकाधिक टेस्ट की जरुरत है. ताकी संक्रमितों का पता लगाकर उनका समय पर उपचार किया जा सके. इस बीच कुछ और निजी प्रयोगशालाओं को भी मंजूरी दी गई है. इस हालत में टेस्ट अधिक होना चाहिए, लेकिन स्थिति विपरीत दिखाई दे रही है. शनिवार को चौबिस घंटे के भीतर शासकीय और निजी प्रयोगशाला मिलाकर 5452 नमूनों की ही जांच की गई. इनमें भी सबसे अधिक 2064 एंटिजन टेस्ट का समावेश रहा. मेयो और मेडिकल में भी अब टेस्ट कराने वालों की कमी देखने को मिल रही हैं. जिले में अब तक 469336 लोगों की जांच की जा चुकी है. ग्रामीण भागों में टेस्ट बढ़ाने की जरुरत है. क्योंकि सिटी के बाद ग्रामीण भागों में फ्लो बढ़ने की संभावना व्यक्त की जा रही है. लेकिन प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं है. टेस्ट कम होने की वजह से पाजिटिव भी कम आ रहे हैं. शनिवार को 1821 मरीजों को ठीक होने के बाद छुट्टी दी गई. इस तरह अब तक जिले में 66998 मरीजों को छुट्टी दी जा चुकी है. फिलहाल रिकवरी रेट 82.87 फीसदी पर पहुंच चुका है.
सिटी में अब तक की स्थिति
80844 कुल संक्रमित
66998 हुये ठीक
2596 की मौत
876 शनिवार को पाजिटिव